शुक्रवार, 22 अगस्त 2014

आबि रहल ऐछ मैथिलि फ़िल्म 'विधाता'

मि ध., दरभंगा : नव मैथिलि भाखा फिल्म निर्माणक समाद सुनी केँ अहाँ सबकेँ बड़ आनन्द आबैत होयत, आनन्द दूना भ जाईत हैत जहन फ़िल्म सब तरहे सँ निमन बनैत ऐछ, जेना- शूटिंग, एक्टिंग, डायलॉग, गीत-संगीत, एडिटिंग आदि सब तरहे, अन्यथा फ़िल्म बनवै क प्रयोजन वैर्थ रहैत अछि।  

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से एकटा ऑउर नवका मैथिलि फिल्मक सूटिंग एखन दरभंगा, बेनीपुर में चैल रहल अछि। जेही फ़िल्म नाम ऐछ "विधाता"। प्ले बैग इंटरनेशनल एंड मिडिया दिल्ली केँ बैनर तले बनी रहल नव मैथिलि फिल्म "विधाता" मिथिलांचलक एकटा सत्य घटना पर आधारित फ़िल्म अछि। फ़िल्म में एही क्षेत्रक महिला पर भ रहल अत्याचार आ ओहि पर रोक लगावै केँ आवाज बुलंद कैल गेल अछि। फ़िल्मक निर्देशक छैथ चंदन मिश्रा आ निर्माता संग लेखक छैथ संतोष पंडित। संगीत राहुल मिश्रा द्वारा देल गेल अछि। फ़िल्मक मुख्य नायक-नायिका क भूमिका में छैथ - अजित कर्ण, निशा झा, सुधा झा, अनिल पासवान, विकास बाबा क अलावा मनीष, जीतू उषा, पप्पू कुमार आदि। सम्भव अछि इ फ़िल्म दुर्गा पूजाक अवसर पर रिलीज होयत। एही फ़िल्मक निर्देशक चंदन मिश्रा एही सँ पूर्व मैथिलि फ़िल्म 'प्रेम प्रतिज्ञा', 'सेनुरक मोल बड़ अनमोल', 'घोघ में चांद' आदि हिनक द्वारा निर्देशित फ़िल्म प्रदर्शित भ चुकल अछि। 

सोमवार, 18 अगस्त 2014

मैथिलि सिनेमा लेल किछु करैकेँ चाहत : नरेश मंडल

मि ध.: मूलतः मिथिलांचकऽ समस्तीपुर जिलाकऽ अंर्तगत दसौत गामक निवासी नरेश मंडल कऽ जन्म 13 अप्रैल 1986 ई० कऽ सुरेश मंडल जी कऽ पुत्रक रूप मऽ भेल छल। आरंभिक शिक्षा गामे मे प्राप्त केलैथ आ +2 (आर्ट) 2002 में पास कऽ मुंबई गेला मुंबई म कुछ दिन मार्किटिंग मऽ काज केलैथ।
एखन नरेश मंडल फ़िल्म आ टेलीविजन इंडस्ट्री कऽ संग करिव 7 साल सँ जुरल छैथ। नरेश मंडल टेलीविजन इंडस्ट्री म सुरुवात केलैथ जी टीवी कऽ डेली शॉपक सीरियल 'तीन बहु रानिया' कऽ संग, एखन धैर लगभग 16 टा टीवी शोज मऽ बतौर हेड ऑफ़ प्रोडक्शन कऽ अहम भूमिका दऽ चुकल छैथ, जेना: "लागी तुझसे लगन, खौफ, जीवन साथी, हम दोनों हैं अलग अलग, पुनर विवाह, कैरी रिश्ता खट्टा मीठा, खूबसूरत, भुत आया" इत्यादी प्रमुख नाम ऐछ। किछ रास डोकुमेंट्री क एडिटिंग सोहो केने छैथ, जे ऐछ:- “मिले जब हम तुम”, “बीट्वीन यू एंड मी", “सकाल”, “भूल” इत्यादी। एकर बाद ओं अपन प्रोडक्शन हाउस 'आनन्द फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस' कऽ नाम सँ निर्माण केलैथ, एही प्रोडक्शन हाउस केँ अंतर्गत 2 गो लधु फ़िल्मक निर्माण भऽ चुकल अछि, "नारी" आ "दारा सेखोह" जै मऽ ओं निर्माता आ निर्देशक रही चुकल छैथ, संगे नियति फिल्मस केँ एकटा मूवी निर्देशित कऽ चुकल छैथ। एखन अपन प्रोडक्शन हाउसक अंतर्गत एकटा नेपाली फ़िल्म केँ सूटिंग सोहो कऽ रहल छथि। एखन धैर नरेश जी टीवी आ फिल्मकऽ बहुत रास भाग मऽ काज कऽ चुकल छथि, जेना:- पोस्ट प्रोडक्शन, हेड ऑफ़ प्रोडक्शन, एडीटिंग, निर्देशक, क्रिएटिव।


एखन धैर अपन जीवन काल म फिल्म, टेलीविजनकऽ अलग-अलग भाग मऽ अपन छाप छौईर चुकल नरेश मंडल आब अपना केँ अपन मैथिलि भाखा क प्रचार-विस्तार लेल समर्पित क रहल छथि। ताहि लेल आब ओं मैथिलि फ़िल्म इंडस्ट्री म अपन सुरुवात क रहल छैथ फ़िल्म "अपन प्रेम" सँ, जेकर निर्देशक छैथ- नरेश मंडल आ राइटर छैथ- दिलीप कुमार शाह। एखन फ़िल्म केँ सूटिंग लेल स्थान ताकल जा रहल अछि। 

शनिवार, 9 अगस्त 2014

रक्षाबन्धन की कहैत अछि ?

रक्षाबन्धन एकटा हिन्दू त्यौहार अछि जे प्रतिवर्ष श्रावण मासक पूर्णिमा कऽ दिन मनायल जैत अछि। श्रावण (सावन) मऽ मनैल जाय कऽ कारण एकरा श्रावणी (सावनी) या सलूनो सेहो कहल जैत अछि। रक्षाबन्धन मऽ राखी या रक्षासूत्र कऽ सबसँ अधिक महत्व अछि। राखी कच्चा सूत जेहन सस्ता वस्तु सँ ल क रंगीन रेशमी धागा, आ सोना या चाँदी जेहन मँहग वस्तु तक होइत अछि। राखी सामान्यत : बहिन भाई कऽ बाँधैत अछि, कहियो-कहियो सार्वजनिक रूप सँ कोनो नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति कऽ सेहो राखी बाँधल जैत अछि।

अब तऽ प्रकृति संरक्षण हेतु वृक्षों कऽ राखी बाँधय कऽ परम्परा प्रारम्भ भेल अछि। हिन्दू धर्म कऽ सभटा धार्मिक अनुष्ठान म रक्षासूत्र बाँधैत समय पण्डित या आचार्य संस्कृत म एक टा श्लोक कऽ उच्चारण करैत अछि, अय श्लोक कऽ मैथिलि अनुबाद- "जय रक्षासूत्र सँ महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि क बाँधल गेल छल, ओही सूत्र सँ हम अंहा कऽ बाँधै छि, अंहा अपन संकल्प सँ कहियो भी विचलित नय हैव।

ओना त मिथिलांचल (भारत) म भाई-बहिन कऽ बीच प्रेम ऑउर कर्तव्य कऽ भूमिका कुनो एक दिनक मोहताज नय अछि, मुदा रक्षाबंधन कऽ ऐतिहासिक ऑउर धार्मिक महत्व कऽ वजह सँ इ दिन बेसी महत्वपूर्ण बनल अछि। बरखों सँ चलैत आबैत इ त्यौहार आयों मिथिला छेत्र म बहुते हर्षोल्लास कऽ साथ मनायल जैत अछि।


गुरुवार, 7 अगस्त 2014

Maithili Jokes: कतेकऽ आदमी छलौं ???

1. गब्बर: कतेकऽ आदमी छलौं ?
सांभा: सरदार दुटा।
गब्बर: हमरा गिनती नै आबै य, दु कतेकऽ होय छै ?
सांभा: सरदार दु, एक कऽ बाद आबै य
गब्बर: आ दु कऽ पहिले ?
सांभा: दु कऽ पहिले एक आबैये सरदार।
गब्बर: तऽ बीच म के आबै य ?
सांभा: बीच म कियो नै आबैये सरदार।
गब्बर: तऽ फेर दुनू एक साथ किया नै आबैये ?
सांभा: एक कऽ बादे दु आबी सकै य कियाकि दु, एक सँ नम्हर छै सरदार।
गब्बर: दु, एक सँ कतेकऽ नम्हर छै।
सांभा: दु, एक सँ एक नम्हर य सरदार।
गब्बर: अगर दु, एक सँ एक नम्हर य तऽ एक, एक सँ कतेकऽ नम्हर य ?
सांभा: सरदार आब अहाँ हमरा गोलीये मैर दिअ हम अहाँ कऽ नमक खेलैं च्यवनप्राश नै।

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2. नेताजी - हमरा वोट दिअ, हम अहाँ कऽ गांम कऽ सर्वग बना देब...
श्रोता - मुदा साहब , हमरा तऽ एखन जिंदा रहै कऽ ऐछ...अहाँ शहर बना दियो...


3. एकटा खूबसूरत लडकी बस स्टैंड पर ठाड़ छल। एकटा नवयुवक बाजल - चांद तऽ राईत म निकलै छलै, आय दिने म कोना निकैल गेलै ?
लडकी बाजल - अरे उल्लू तऽ राईत कऽ बाजैया छलै, आय दिन म कोना बैज रहल छै।

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4. एक बेरा पति-पत्नी म झगडा भऽ रहल छल, जहन झगडा बहुते बैढ़ गेल। 
पति तांमस कऽ काबू म राखैत कहलक- आब अहाँ एक शब्दों नै बाजब नै तऽ हमरा अंदर जे पशु बैठल ऐछ सें जाईग जायत। 
पत्नी बाजल- जा गऽ दियो अपन अंदरकऽ पशु कऽ , भला चूहो सँ कियो डरैत ऐछ।