मंगलवार, 27 अक्तूबर 2015

मैथिली धारावाहिक पाहुन और आब कहु मन केहन करैत अछि ५ नवंबर सं - Maithili Dharavahik Pahun or Aab Kahu Mon Kona Karaiya

दिल्ली, मिथिला धरोहर, प्रभाकर मिश्रा : एक दिस स्टार प्लस पर प्रसारित होमय जा रहल धारावाहिक 'सिया के राम' मे कोसी के स्वर कोकिला रंजना झा सीता के लेल अपन स्वर द रहल छन्हि। दोसर दिस एगो और खुशीक समाचार अछि जे शनै:-शनै: मैथिली धारावाहिक अपन विस्तार स्वरूप मे आबि रहल अछि। वृहस्पति दिन प्रसारित भ रहल मैथिली धारावाहिक 'एस. एन. झा के गजबे दुनिया' आ २ नवम्बर सं प्रसारण होमय जा रहल धारावाहिक 'मास्टर साहेब' के बाद एके संगे दुटा मैथिली धारावाहिक के प्रसारण डीडी बिहार पर होमय जा रहल अछि। जहि मे एकटा धारावाहिक के नाम अछि ''पाहुन" आ दोसर हास्य धारावाहिक के नाम अछि "आब कहु मन केहन करैत अछि"। एहि दुनू नवका मैथिली धारावाहिक के


प्रसारण चैनल डीडी बिहार पर ५ नवम्बर २०१५ सँ होमय जा रहल अछि।  धारावाहिक ''पाहुन" के प्रसारणक दिन वृहस्पति आ शुक्र के समय ८:३० बजे राखल गेल अछि। दोसर मैथिली हास्य धारावाहिक "आब कहु मन केहन करैत अछि" के प्रसारणक दिन वृहस्पति आ शुक्र के समय ९:३० सँ १०:०० राखल गेल अछि, एहि धारावाहिक मे विकाश झा द्वारा देल गेल संगीत'क संगे अपन स्वर मे गीत सेहो गाबि रहल छथि।

चैनल डीडी बिहार के अहाँ फ्री डिश चैनल न० - ३१ पर, टाटा स्काय चैनल न० -१७४, डिश टीवी पर न० - ८१५, विडियोकॉन d2h चैनल न० ७७४ पर आ एयरटेल चैनल न० ६३२ पर देख सकै छिं।


रविवार, 25 अक्तूबर 2015

Kojagra in Mithila, कोजगरा पूजा 2023 - नव दम्पत्ति लेल सुख-समृद्धि के लोकपर्व

Kojagra In Mithila 2023 Date, Kojagari Puja 2023 Date, 28 अक्टूबर 2023

मिथिला धरोहर :   शारदीय नवरात्रकऽ समाप्ति के बाद  मिथिलांचलवासी नव दम्पत्ति अर्थात विआहल वर (दुल्हा) केँ लेल खास महत्व राखै वला सुख-समृद्धिकऽ लोकपर्व कोजगरा के तैयारि में लागी जाअ छथि। एही पर्व केँ शरद ऋतु के आश्‍विन माँसक पुर्णिमा तिथि केँ मनायल जाईत अछि। एही बेरा ई 9 अक्टूवर (2022) के परत। एहन मान्यता अछि जे अश्विन पूर्णिमा के रात्रि में चंद्रमा सँ अमृत कऽ वर्षा होइत अछि, ऑउर जे जागैत छथि ओं अमृत केँ पान सेहो करैत छथि। खास कऽ नव बिआहल वर लेल बिआहकऽ पहिल वर्ष में एही अमृत पान कऽ प्राप्त केला सँ हुनक दाम्पत्य जीवन सुखद बनल रहैत अछि। एही कामना केँ लेल ई पर्व मिथिला में पूरा उत्साहकऽ संग मनायल जाइत अछि। एहि राति के मूलतः जागरण क राति मानल जाइत अछि, लोग जागैत छथि तैं एकर नाम जगरा भऽ गेल।
प्रतिवर्ष नव दम्पत्ति के कोजगरा होइत अछि। एही पावनि में कान्यापक्ष के ओतय सँ वर पक्षक परिवारक वर (दुल्हा) सहित सभ सदस्य के लेल नव वस्त्र आ संग मे चूड़ा दही, केरा मिठाई, पान आ मखान आदिकऽ भार साजि कऽ भरियाक मार्फत या स्थानीय कोनो व्यवस्था सँ पहुंचायल जाइत अछि।

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चूड़ा, दही, केरा, मिठाई जे कन्यापक्षक ओतय सँ अबैत अछि ओकर भोज अप्पन समाजिक सम्बन्ध कऽ मुताबिक वर पक्षक ओतय होइत अछि। आंगनकऽ माँझठाम अरिपन देल जाइत अछि, आ ओहि पर आसन दय वर के चुमाओन कएल जाइत अछि। तदुपरान्त दूर्वाक्षत सँ वर के दीर्घ आयु के मंगल कामना करैत गोसाओन के गोहरवति स्त्रीगण समाज वर के गोसाओन के अराधना में लऽ जाईत छथि। वर गोसाओन के मनाय कय अपना सँ श्रेष्ट पुरजन, परिजन एवं समाज केँ चरण स्पर्श करैत छथि आ हुनक आशीर्वाद प्राप्त करैत छथि।

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एहि पावनि मे वर पक्ष समाजक हर समुदाय के लोक के हकार दय अपना ओहिठाम वजाबैत छथि आ भार में आयल मखान आ वताशा प्रयाप्त रुपेण बाँटि कऽ पान सुपारी दऽ विदा करैत छथि। एही पर्व म मधुर, पान आ मखान कऽ विशेष महत्व होइत अछि।

बुधवार, 21 अक्तूबर 2015

कोलकाता के दुर्गा पूजा मे मिथिला'क रंग

मधुबनी/कोलकाता, मिथिला धरोहर : कोलकाता के दुर्गा पूजा मे एहि बेरा मिथिला के छाप खूब देखल गेल। माँ दुर्गा के प्रतिमा सहित हुनक पहिनाबा आ आभुसन पर मिथिला के रंग चढ़ल देखल गेल। एतय के कलाकार अपन हुनर एहि बेरा कोलकाता मे खूब बिखेरला, आ एहि के महक सँ इ जिला सेहो सुगंधित भ गेल अछि। एहि बेरा कोलकाता के बहुते शहर मे बनय वला माँ दुर्गा के मूर्ति आ हुनक पहिनाबा पर मिथिला पेंटिंग कयल गेल छल।
एहि काज मे मधुबनी जिला सँ सटल जितवारपुर गाम'क दर्जन भैर कलाकार दुर्गा प्रतिमा सजेवाक लेल कोलकाता गेल छलथि। कोलकाता मे हिनक कला के देखी क अगिला साल'क लेल सेहो अनुबंध क लेल गेल अछि।
चित्रकलाक माध्यम सँ देश सहित बिदेशी सरजमीन पर अपन पहचान बना चुकल मिथिला पेंटिंग सँ भगवती के सजेवाक काज भेटवा सँ कलाकार मे उत्साह अछि। एहि बेराक पूजा मे कलाकार प्रभाकर झा के देख-रेख मे पूनम देवी, दिवाकर झा, माला झा, अल्का देवी भगवती प्रतिमा के सजेलथी। साल दर साल मिथिला पेंटिंग के कलाकार'क हाथ के हुनर एहन नय निखरल जा रहल अछि जे आब लोग एहि कलाकृति के अपन घर'क दीवाल सजेवा सँ आगु बढ़ैत माँ के पूजा पंडाल निर्माण मे एहि के प्रयोग करय लगला।  (फोटो : प्रभाकर झा)

मंगलवार, 20 अक्तूबर 2015

कामाख्या के रूप छथि मंगरौनी के बूढ़ी माई दुर्गा

मिथिला धरोहर : मधुबनी जिला सँ मात्र तीन किलोमीटर के दूरी पर राजनगर ब्लॉक के मंगरौनी ग्राम में 'बूढी माई दुर्गा स्थान' अछि। ( Budhi Maa Durga Mangrouni, Rajnagar ) मंगरौनी ग्राम मिथिला मे शक्ति उपासनाक केंद्र'क रूप मे प्राचीन काला सँ विख्यात रहल अछि। 

अहि मंदिर के स्थापना मिथिला के महान तांत्रिक मदन मोहन उपाध्याय द्वारा कायल गेल छल। कहल जाइत अछि जे पंडित जी प्रतिदिन आकाश मार्ग सँ भोरे मंगरौनी सँ कामरूप कामाख्या जाइत छलखिन आ दुपहरिआ धरि वापस आबि जाइत छलथि। माता प्रसन्न भअ पंडित जी के आशीर्वाद देलीह और हुनका मंगरौनी के अप्पन परिसर मे एक टा पोखरि खुनाबय लेल कहलनि, जाहि मे माता "यन्त्र" के रूप में प्रकट भेलीह और पंडित जी ओहि के पूजा करय लगलाह। यैह परिसर आय बूढी माई दुर्गा स्थानक रूप मे प्रसिद्द अछि। एतय तपस्वी आ साधक प्रत्येक साल शारदीय नवरात्र मे आबय अछि।

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कहल जाइत अछि जे एतय जे भगवती के रूप छथि ओ कामख्या के प्रतीक छथि। मानल जाइत अछि जे मिथिला के हृदयस्थल मधुबनी के बेनीपट्टी स्थित उच्चैठ भगवती, राजराजेश्वर शक्तिपीठ डोकहर आ बूढ़ी माई त्रिकोण बनय अछि, जे तांत्रिक संकेतक अछि। 

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मंदिर मे सामान्य पूजा'क संगे विशिष्ट तांत्रिक पंडित द्वारा भगवती के तांत्रिक विधि सँ पूजा कयल जाइत अछि। शारदीय नवरात्र मे देश -विदेश (नेपाल) के हजारों श्रद्धालु एतय माता के दर्शन लेल आबैत अछि। नवरात्र मे भगवती के २१ प्रकार'क अरहुल फूल सँ श्रृंगार कयल जाइत अछि। जे देखते बनय अछि।

बुधवार, 14 अक्तूबर 2015

मैथिली धारावाहिक 'मास्टर साहेब' २ नवम्बर सँ डीडी बिहार पर

दिल्ली, मिथिला धरोहर : मैथिली भाषा आ मैथिली मीडिया जगत के लेल एकटा और अपार हर्ष आ खुशी के विषय अछि। DD बिहार पर हास्य धारवाहिक “एस.एन. झा के गजबे दुनिया” के प्रसारणक बाद आब फेर सँ DD बिहार पर एकटा और मैथिली धारवाहिक आबि रहल अछि। मैथिली धारावाहिक 'मास्टर साहेब' के DD Bihar चैनल पर २ नवम्बर सँ सप्ताह मे तीन दिन (सोम, मंगल आ बुद्ध) समय राति ९ बजे सँ ९:३० बजे धरी तक प्रसारित कयल जायत।
 
मैथिली के अखन धरी के इतिहास मे दूरदर्शन पर प्रसारित होमय बला ई तेसर धारावाहिक अछि। दूरदर्शन पटना सँ प्रसारित भेल पहिल मैथिलीक धारावाहिक के नाम छल "नयन न तिरपित भेल", संगेह मैथिली भाषा'क पहिल टीवी चैनल 'सौभाग्य मिथिला' पर दुगो मैथिली धारावाहिक सेहो प्रसारित भ चुकल अछि, एकटा "दियर-भाऊज" आ दोसर "कोना जियब हम अहाँके बिना"।


धारावाहिकक निर्माता श्री दिनेश कुमार सिंह, निर्देशक आ लेखक श्री अभिराज झा, छायांकन R R प्रिंस, सहायक निर्देशक हृदयनाथ झा आ संपादक नागेन्द्र यादव छैथ । 'मास्टर साहेब' हास्य संग दहेज प्रथाक विरोध मे समाज केर जागृत करऽ ब'ला धारावाहिक साबित होयत। मुख्य कलाकारक भूमिका मे अभीराज झा, सुरेश आनंद, बिमल झा, करण मिश्र, घनश्याम झा, जितेन्द्र झा, ममता मिश्र, मनोरमा मिश्र, राजेश झा, अवधेश सिंह, शिखा, डॉ अभय झा, संजीव झा, अभय झा, संजय आदि संग रामचंद्र बाबूक भूमिका मे अनूप सत्यनारायण भेटता। एहि धारावाहिक के सफलता के लेल मिथिला धरोहर दिसन सँ ढेर रास शुभकामना अछि।

गुरुवार, 8 अक्तूबर 2015

Nawada Bhagwati Sthan - Nawada, Darbhanga : Photo Gallery


नवादा भगवती के पृर्ण सिंगार दर्शन

नवादा भगवती, पूर्ण सिंगार दर्शन
भगवती के सिंगार होइत कालक दृश्य

नवादा भगवती स्थान, मेला दृश्य
नवादा भगवती स्थान मंदिर
नवादा भगवती मंदिर -बेनीपुर, दरभंगा
एतय होइत अछि बलि प्रदान


शनिवार, 3 अक्तूबर 2015

सन्तानक लेल माय केँ व्रत जितिया

मिथिला धरोहर : एहि पावनि केँ पुत्र केर मंगल कामना आ दीर्घायु होबय केर लेल कैल जाएत अछि। जितिया पावनि अर्थात जिमूतबाहन के व्रत आशिन कृष्ण पक्ष अष्टमी के हो‌इत अछि। व्रत केनिहारि सप्तमी दिन नहाकेँ अरबा-अरबा‌ईन खा‌ई छथि। ई व्रत अ‌ईहव आ वीधव सभ सेहो करैत छथि। अपन-अपन सन्तानक दीर्घायुक लेल ई व्रत क‌एल जा‌ईछ। अष्टमी दिन निराहार रहिक ई व्रत हो‌ईत अछि।

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एहि मे फलहार के कोन बात एक बून्द पानियो तक कंठ तर नै जेबाक चाही। व्रत केनिहारि सब ओहि दिन कोनो नदी या पोखरि मे नहाथि। ओहि दिन असगर नहि नहेबाक विधान अछि। पाँच-सात गोटेक संग मील के नेहेबाक चाही। व्रत केनिहारि नेहेलाकऽ बाद झिमनिक पात पर ख‌ईर आ सरिसो कऽ तेल जितवाहन के चढ़वैत छथि। अपना पुत्रक दीर्घायु आ सब मनोरथ पूरा करबाक वरदान मंगैत छथि । कथा सुनलाक बाद सब अपन-अपन घर अबैत छथि । नवमी दिन फ़ेर ओही तरहें पूजा पाठ कऽ केँ खीरा, अंकुरी, अक्षत, पान-सुपारी नवेद दऽ धूप=दीप जरा कऽ विसरजन करैत छथि । जिनका लोकनिक संतान लग मे रहैत छथि से माय पहिने संतान के जीतबाहनक प्रसादी दऽ केँ तखन अपने पारन करैत छथि।
Tags : # Jivitputrika Vrat # Jitiya # Jimutavahan  

शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2015

रिलीज लेल तैयार मैथिलि फ़िल्म "गोबरछत्ता''

मिथिला धरोहर : हिन्दी सिनेमा के एकटा बहुते मशहूर डॉयलाग अछि 'फिल्म मात्र तिनटा जिज सँ चलय अछि इंटरटेन्मेंट, इंटरटेनमेंट आ इंटरटेन्मेंट...'। मुदा एहि संवाद के चुनौती द रहल अछि मैथिली सिनेमा जगत के ऊभरैत निर्देशक के जोड़ी निरज यादव आ रणधीर सिंह अपन मैथिली फ़िल्म "गोबरछत्ता" मे। निर्देशक निरज यादव कहै छथि एहि फ़िल्म मे हम इंटरटेनमेंट और सार्थक सिनेमाक बीच बहूते निक संतुलन बनेलौ अछि। आय समाज के बुद्धजीवी वर्ग चाहे ओ राजनीतिग्य होय समाज सेवी होय या अधिकारी वर्ग होय सभ आम आदमी के लेल प्रयासरत् अछि, मुदा आम आदमी के परिस्थिती मे कुनो फर्क नय आबि रहल अछि। दरअसल कियो भी आम आदमी सँ इ पुछवाक आसकैत नय उठाबय चाहय अछि जे आखिर हुनकर भला कय मे अछि।

आम आदमी के एहि बैर-विरोध के बर रोचक ढंग सँ फिल्मायल गेल अछि। एहि फ़िल्मक एकटा संवाद अछि, जा धईर गरीबहा के माथ पर छिटि आ हाथ में कोदरी छय , ता धईर एहि देश मे लोकतन्त्र एगो गाईर छय...। 


रमौलवाली के बाद एहि निर्देशक जोड़ी के इ दोसर मैथिली फ़िल्म अछि। निर्माता अशोक नायक जी के एहि फ़िल्म के निर्माण मे सराहनीय सहयोग अछि। श्रद्धा सबूरी श्री साई इंटरटेनमेंट एवं गोल्डेन बेल्स मूवी मेकर संयुक्त रूप सँ एहि सिनेमाक निर्माण केलक अछि। सुजना अछि जे एहि फ़िल्म के दुर्गा पुजाक शुभ अवसर पर सिनेमा घर मे प्रदर्शित कैल जायत।