सोमवार, 29 अक्तूबर 2018

Sita Kund Munger - सीताकुंड मुंगेर : एतय भगवती सीता देने छलथि अग्निपरीक्षा

मिथिलाधरोहर : मुंगेर जिला मुख्यालय सँ ७ कि०मी० पूब एकटा गर्मजल'क कुंड अछि। एकरा लोग प्राचीनकाल सँ भगवती सीता केर अग्निपरीक्षा स्थल मानैत अछि। लोक आस्थाक अहि पवित्र स्थलक संबंध मे जनश्रुति अछि जे सीता माता एतय अग्निपरीक्षा देने छलथि।
पंचमुखी हनुमान
सीता माता मुंगेर ऐल छलथि इ अहियो सँ पुष्ट होइत अछि जे मुंगेर मे गंगा केर बीच एकटा टीला पर सीताचरण मंदिर अछि मान्यता छैक जे एतय सीता माता सूर्योपासना केने छलथि। सीताकुंड रामतीर्थ के रूप मे जानल जाइत अछि। अहिक उल्लेख आनंद रामायण मे भेटय अछि। मुंगेर गजेटियर मे सेहो सीताकुंड के चर्चा सीता केर अग्निपरीक्षा स्थलक रूप मे कैल गेल अछि। सीताकुंड'क समीपे राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न कुंड अछि। अहि चारू कुंडक जल शीतल अछि जखनकि  सीताकुंड के जल गर्म अछि। इ माता सीता केर शक्तिक प्रभाव छनि या किछ और लोगक लेल आइयो रहस्यक विषय बनल छैक। कुंडक पासे पंचमुखी हनुमान मंदिर आ सत्यानंद सरस्वती पुष्प वाटिका सेहो अछि।

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सीताकुंड वैज्ञानि और विदेशी पर्यटक के सेहो ध्यान आकृष्ट केलक अछि। कुंडक लंबाई और चौड़ाई १० फीट अछि। कुंड १२ फीट गहिर अछि। गर्मजलक झरना एकटा पथरीला सतह सँ निकैल कऽ पूब के दिशा मे प्रवाहित होइत अछि। अंगे्रज पर्यटक टाइफेन्थलर १७६५ ई. मे अहि ठामक जल के परीक्षण क कहने छलथि जे सीताकुंड के जल आठ महीना धैर शुद्ध रहैत अछि। ग्रीष्म ऋतु मे जल'क तापमान कम भ जाइत अछि। भूगर्भशास्त्री बूचनन १८११ ई. मे सीताकुंड आयल छलथि ओ सात अप्रैल के सूर्योदय के उपरांत खुलल हवा मे तापमान ६० फारेनहार्ट आ जल'क बुलबुला बला स्थान पर १३० फारेनहार्ट तापमान पेलनी।
माघ मे एक मासक मेला 
अहि स्थान जाड़क मौसम मे अपेक्षाकृत लोगक आवाजाही ज्यादा देखैत अछि। माघक महीना मे तऽ पूरा एक मास के मेला लागैत अछि। लकड़ी के समानक लेल सीताकुंड मेला बहुते प्रसिद्ध अछि। माघी पूर्णिमाक मेला सँ सीताकुंड के की संबंध अछि एकर कुनो प्रामाणिक दस्तावेज उपलब्ध नै अछि। सीताकुंड के धार्मिक पर्यटक स्थलक रूप मे विकसित करबाक अपार संभावना अछि।

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गुरुवार, 25 अक्तूबर 2018

ओठंगर काल के गीत - मैथिली लोकगीत

चारू बरबासँ धनमा कुटाएब - Maithili Lokgeet

चारू बरबासँ धनमा कुटाएब हे सखि
कथी केर उखरि कथीक मुसर
आठ चोट गनि कुटब सम्हारि
आइ धनमा कुटायब चारू बरबासँ
बेल के उखरि बबुर के समाठ
आठ चोट गनि कूटल हे
एको चाउर नहि छूटल हे

चितचोरबा आजु बन्हएलनि हे - Maithili Lokgeet

चितचोरबा आजु बन्हएलनि हे
सान गुमान देखओलनि हे
बेलक उखरि, बबूर केँ समाठ
घूमि-घूमि डोरी कसलनि हे
चितचोरबा आजू बन्हएलनि हे
ओहि चितचोरबा के लाले-लाल धोतिया
ओहि चितचोरबा के लाले-लाल पगिया
सान गुमान देखओलनि हे
नउआ आबि कसि डोरिसँ बान्हल
कंगन बन्हाओल आम पातसँ
आठ जन मिलि कूटल ओठंगर
कुटि एको चाउर नहि छुटल हे

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एला चारू भइया अबधबा स - Maithili Lokgeet

एला चारू भइया अबधबा सऽ
आइ जनकपुर बाजे बधइया हे
नाउनि नगर हकार पठाओल
सखि मिलि आए अंगनमामे
सखि एला चारू भइया अबधबा सऽ
कथी के उखरी कथी के मूसर
कोने डोरी बन्हबनि दुलहबाके
सखि एला चारू भइया अबधबा सऽ
सोना के उखरि रूपे के मूसर
रेशम डोरी बन्हबनि दुलहा के
सखि एला चारू भइया अबधबा सऽ
पाँच ब्राह्मण वेद पढ़ाओल
आठ चोट चाउरो ने बनल दुलहबा सऽ
सखि एला चारू भइया अबधबा सऽ

गुरुवार, 18 अक्तूबर 2018

मिथिलाक सबसँ ऊंच दुर्गा मंदिर के इतिहास - Durga Mandir Basti, Jaynagar

Bihar Highest Durga Temple in Jaynagar
मिथिलाक मधुबनी जिलाक जयनगर मे भारत-नेपाल सीमा सँ महज तीन किमी के दूरी पर माँ दुर्ग के इ भव्य, सुंदर मंदिर स्थापित अछि। मंदिर के ऊंचाई 118 फिट अछि। बिहार मे सबसँ ऊंच दुर्गा मंदिर के नाम सँ इ मंदिर जानल जाइत अछि। शक्तिपीठ सँ विख्यात माँ दुर्गे केर इ मंदिर श्रद्धालु लेल आस्थाक केंद्र अछि। जयनगर शहर सँ सटल बस्ती गांव स्थित पौराणिक आ ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर के मनमोहक दृश्य, श्रद्धालु के अपना दिस आकर्षित करैत रहल अछि।

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नवरात्र मे सांझ मे होय बला महाआरती श्रद्धालु के लेल आकर्षक के केंद्र बनल अछि। दूर दराज सँ श्रद्धालु एतय आबि के महाआरती मे शामिल होइत छथि। ओना त अहि मंदिर मे प्रतिदिन भोर - सांझ विधि-विधानक साथ पूजा-अर्चना आ आरती कैल जाइत अछि, मुदा नवरात्र के महाआरती श्रद्धालु लेल विशेष होइत अछि। सबक मनोकामना पूर्ण करय वाली माँ दुर्गे के मंदिर मे बारह मास शादी ब्याह, मुंडन, उपनायन आ धार्मिक अनुष्ठान होइत रहैत अछि। साल मे दु बेरा आसिन आ चैती दुर्गा पूजा कैल जाइत छनि। 

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3 जून 2004 के पूज्य पाद्य गोबर्धन पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती महाराज मंदिर के गर्व गृह मे माँ दुर्गा, माँ सरस्वती, माँ काली, माँ लक्ष्मी, गणेश सहित अन्य देवी - देवता केर प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोचारण के संग विधि विधानक साथ केने छलथि।


गुरुवार, 4 अक्तूबर 2018

सहरसा के बेटी अभिनेत्री उल्का गुप्ता केर परिचय

मिथिला धरोहर (प्रभाकर मिश्रा 'ढुन्नी') : साल २००९ मे आयल टीवी शो 'झांसी की रानी' मे रानी लक्ष्मीबाई के बचपन'क किरदार निभा चुकली उल्का गुप्ता ( Ulka Gupta, Saharsa ) के त अहाँ सब जानीते हेबनी। उल्का अपन अहि किरदार लेल बहुते रास अवार्ड्स प्राप्त केलनी तहन ओ मात्र १२ सालक छली। मिथिला के सहरसा जिला मध्य स्थित चंदनी चौक के उल्का गुप्ता आई मुम्बई फिल्म इंडस्ट्रीज मे कुनो परिचय के मुहताज नै छथि। 
७ सालक उम्र मे शो 'रेशम डंक' के साथ एकटा चाइल्ड एक्ट्रेस के तौर पर अपन टीवी करियर शुरुआत केने छली, और टीवी शो के बात करी त एखन धरि 'वीर शिवाजी', 'सात फेरे', 'खेलती है ज़िन्दगी आंख मिचोली', 'देवों के देव... महादेव' और 'शक्तिपीठ के भैरव' मे अभिनय क चुकल छथि। मुदा, एहि दौरान हिनक झुकाव फ़िल्मक दिस बेसी बढ़लनी। 
फिल्म मे काज करबाक बात करी त टॉलीवुडक फिल्म 'अंधेरा  पोरी' (२०१५) आ 'रूद्रमहादेवी' (२०१७) मे एकटा प्रमुख भूमिका निभा चुकल छथि। हिनक द्वारा अभिनय कैल गेल हिंदी फिल्म अछि 'ट्रैफिक' (२०१६) और 'मिस्टर कबाड़ी' (२०१७)। अल्का मराठी फिल्म मे सेहो एक्टिंग केने छथि। 
उल्का बंगाली फ़िल्म 'श्रेष्ठ बंगाली' मे नज़र ऐल छली जाहिमे राजपाल यादव और शक्ति कपूर सेहो छल, हिनक दोसर बंगाली फ़िल्म 'ओढ़  एक्ट्रेसन' छनि। 


मंगलवार, 2 अक्तूबर 2018

वेदी घुमयबा काल के गीत - मैथिली लोकगीत

घूमू-घूमू महादेव आजु वेदी हे - Maithili Lokgeet

घूमू-घूमू महादेव आजु वेदी हे
एक नागरि जे नाक धयने
एक लगौने गराती हे
चारू कोना चारि कर बैसाओल
घूमि-घूमि ताहि पर बैसू हे
तीन बेर जे घूमि लेब दुलहा
पहिरि लिअ विधिक धोती हे
भनहि विद्यापति सुनू मनाइनि
गौरी ब्याहन आयल योगी हे

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