मिथिला धरोहर, दरभंगा : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी केँ दरभंगा सँ बहुते लगाव छलनी। देशक आजादीकऽ दौरान पांच बेर एतय आयल छलथि। कांग्रेसक इतिहास आ चरखा संघ'क इतिहास नामक पुस्तक में वर्णित तथ्य'कऽ मुताबिक बापू पहिल बेरा वर्ष 1920 में असहयोग आंदोलनक दौरान दरभंगा आयल छलखिन। ओहि समय दरभंगा राज केँ राजा रमेश्वर सिंह छलथि। गांधीजी हुनका सँ कांग्रेसक सदस्य बनवा'कऽ अनुरोध केने छलखिन। तत्कालीन ब्रिटिश कालीन व्यवस्था'कऽ देखैत राजा कांग्रेसक सदस्यता ग्रहण करवा सँ इन्कार कऽ देलैथ, मुदा ओ गांधीजी जी केँ एक लाख रुपया के गुप्त दान देलैथ, ताकि आजादी के झगड़ाकऽ आगु बढ़ायल जा सकय। ओ नेशनल स्कूल सेहो गेल छलाह। तेकर बाद ओं वर्ष 1927 में आंदोलनक सिलसिला में दरभंगा आयल ऑउर अतय अनाथालय के स्थापना केलैथ। जे आय पूअर होमक रूप में जानल जाइत अछि।
इहो पढ़ब :-
● मां पीताम्बरी बगलामुखी सिद्ध पीठ, मुजफ्फरपुर
एकर बाद 1934 में भीषण भूकंपक बाद एलखिन, हुनका संगे पंडित जवाहर लाल नेहरू, यमुना लाल बजाज, डॉ.राजेंद्र प्रसाद, आचार्य जेडी कृपलानी आदि सेहो आयल छलथि। भीषण संकटक बादो मिथिलाक लोग ब्रिटिश सरकार आ कांग्रेसक ओर सँ देल जा रहल राहत लेवा सँ मना कऽ देने छला। इ देख गांधीजी दंग भऽ गेल छला। हुनका आग्रह पर भूकंप पीड़ित राहत लेनाय शुरू केने छल। फेर भूकंप पीड़ितक व्यथा जानय केवटी कऽ छतवन (देवी लाल पोखर) कऽ पास गेल छलथि, जे आय गांधी चौकक रूप में जानल जाइत अछि। वर्ष 1934 सँ 1942 कऽ दौरान ओं दू बेरा दरभंगा आयल छलथि। अहि दौरान दरभंगा राजक यूरोपियन गेस्ट हाउस मे रुकल छलथि। जे आय गांधी अतिथिशाला के रूप में जानल जाइत अछि।
इहो पढ़ब :-
महात्मा गांधी के बेटा मगन गांधी केर नाम पर आयो भी जिला कऽ हायाघाट प्रखंडक मझौलिया मे मगन आश्रम अछि। जंगे आजादी के सिलसिला म ओं महिला विद्यापीठ आयल छलथी। वर्ष 1948 मे हुनक निधन भऽ गेलनि, जे आय मगन आश्रमक रूप मे जानल जाइत अछि।
Tags : Mahatma Gandhi Magan Ashram दarbhanga
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !