शनिवार, 19 अक्तूबर 2024

भद्र काली हमर कष्ट जल्दी हरु लिरिक्स - Bhadrakali Hamar Kasht Jaldi Haru

भद्र काली हमर कष्ट जल्दी हरु
पुत्र हमहु अहाँ के पड़ल छी गरु

पाठ पूजा नहि जानि कोना हम करू,
चित्त चंचल सदा ध्यान कोना धरु 
भद्र काली हमर कष्ट जल्दी हरु

अम्बे हरदम अहिं के जपब हम बरु,
आस माता हमर शीघ्र पूरन करू
भद्र काली हमर कष्ट जल्दी हरु

दिय दर्शन सदा निज भक्तन के बरु,
दीन बच्चाके आशा के पूरण करू
भद्र काली हमर कष्ट जल्दी हरु

सोमवार, 14 अक्तूबर 2024

चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे लिरिक्स - Chal Chal Ge Bahina Purai Lai Hakar Ge

मैथिली कोजगरा गीत लिरिक्स

लाल काका अंगना एलै कोजगरा के भार गे
लाल काका अंगना एलै कोजगरा के भार गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे

सुंदर सुहावन लागै पूर्णिमा के राइत गे
गाम घर मे चहल पहल जकमक दलान गे
अंगना में पसरल छै जेना पथार गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे...

चुरा दही भार एलै मधुर पकवान गे
डाला सजल एलै पसरल छै धान गे
काकी देखाबै छथिन खोईल खोईल के भार गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे...

छत्ता एलै, जुत्ता एलै, रांगल खराम गे
कम्बल सतरंजी संगे छै अनेक समान गे
दुल्हा के पाग चमके चंदा समान गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे...

सजल धजल दुल्हा के होय छैन चुमाउन गे
काका बाटि भरि परसैथ मखान गे
शुभ शुभ हुअ लागल मंगल गान गे
चल-चल गे बहिना पूरै लै हकार गे...।

गीतकार: नबोनाथ झा

आजु कोजगरा के दिन लिरिक्स - Aaju Kojagra Ke Din Chhai Ge Bahina

आजु कोजगरा के दिन छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 
आजु कोजगरा के दिन छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 

कांचे केरा भरल चंगेरा, चूड़ा के कुरा खालिये छै
कांचे केरा भरल चंगेरा, चूड़ा के कुरा खालिये छै
दही छांछ के छाल्हि टूटल, मधुर मिठाईये कनियें छै
दही छांछ के छाल्हि टूटल, मधुर मिठाईये कनियें छै
कोना के राखु परोसी के मान गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 
आजु कोजगरा के दिन छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 

छत्ता छड़ी पुराने लागे, पिरहि के गोरा टूटले छै, 
छत्ता छड़ी पुराने लागे, पिरहि के गोरा टूटले छै, 
डाला परका धान जे देखु, किलो शेर सं जोखने छै
पान, मखानक नामो नै निसान छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 
आजु कोजगरा के दिन छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 

भैया सारक मूह लागै छै, उसनल अल्हुआ सुथनी सन,
भैया सारक मूह लागै छै, उसनल अल्हुआ सुथनी सन,
झगरा-रगड़ाके बात बजै छैथ, मूह फुल्ल छैन मुखनि सन
झगरा-रगड़ाके बात बजै छैथ, मूह फुल्ल छैन मुखनि सन
कोना कऽ खेलता भैया संग पच्चीसी गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 
आजु कोजगरा के दिन छै गे बहिना
आजु कोजगरा के दिन, 

भैया कोजगरा मे भारक मोजगरा में लिरिक्स - Bhaiya Kojagra Me Bhaarak Mojagra Me

मैथिली कोजगरा लोकगीत लिरिक्स

भैया कोजगरा मे भारक मोजगरा में
बाबू परसै छथि मखान
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान

आनन चानन नीपू कौशिल्या
आनन चानन नीपू कौशिल्या
गजमोती चौका पुराण
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान...

अलस कलश लय पुरहर राखल
अलस कलश लय पुरहर राखल
मानिक लेसू प्रह्लाद
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान...

काँचहि बांस के डलवा बुनाओल
कांचेहि बांस के डाला बुनायल
ताहि सजल दुभि धान
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान...

दुभिअक्षत लै मुनि सब आयल
दुभिअक्षत लै मुनि सब आयल
भैया के देता आशीर्वाद
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान...

चुमबय चलली माता कौशल्या
चुमबय चलली माता कौशल्या
चुमा लिय रघुबर राम
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान...


(2)
भैया कोजगरा मे बाबू जी परसै छथि 
भैर भैर बाटि मखान
झूमि झूमि बौआ के करिओन चुमान
भैया कोजगरा मे बाबू जी परसै छथि 
भैर भैर बाटि मखान
झूमि झूमि लालन के करियौन चुमान

आनन चानन नीपू कौशिल्या
आनन चानन नीपू कौशिल्या
गजमोती चौका पुराण
झूमि झूमि भैया के करियौन चुमान
झूमि झूमि भैया के करियौन चुमान

अलस कलश लय पुरहर राखल
अलस कलश लय पुरहर राखल
मानिक लेसू प्रह्लाद
झूमि झूमि भैया के करियौन चुमान

काँचहि बांस के डलवा बुनाओल
कांचेहि बांस के डाला बुनायल
ताहि सजल दुभि धान
झूमि झूमि भैया के करियौन चुमान
झूमि झूमि भैया के करियौन चुमान

रविवार, 13 अक्तूबर 2024

आजु बाजे बधैया कोबर घर मे लिरिक्स - Aaju Baje Badhaiya Kobar Ghar Me

आजु बाजे बधैया कोबर घर मे
आजु बाजे बधैया कोबर घर मे
कोबर घर मे हो, मंडप पर मे
कोबर घर मे हो, मंडप पर मे
आजु बाजे बधैया कोबर घर मे

कतौ अरिपन परल केतौ पुरहर राखल
कतौ अरिपन परल केतौ पुरहर राखल
अहिबातो जरय छै कोबर घर मे
अहिबातो जरय छै कोबर घर मे
आजु बाजे बधैया कोबर घर मे

कतौ गायिन बैसल, गीतगायिन बैसल
कतौ गायिन बैसल, गीतगायिन बैसल
गुनमुना परसाई छै कोबर घर मे
गुनमुना परसाई छै कोबर घर मे
आजु बाजे बधैया कोबर घर मे

निंदिया के मातल दुल्हा झुकि झुकि जाइ हे लिरिक्स - Nindiya Ke Matal Dulha Lyrics

पारम्परिक मैथिली विवाह गीत लिरिक्स

निंदिया के मातल दुल्हा झुकि झुकि जाइ हे
कहाँ गेलै माई सुनैना परिछु जमाई हे

कांचेहि बांस केर डलवा बुनाई हे
चानन काजर धरि परिछन जाइ हे

जेहने हमर धिया तेहने जमाई हे
दुल्हा के देखी-देखी नैना जुराइ हे

सोने के कलशिया में कलशा धराइ हे
दुल्हा के परिछु सखि नाक दबाई हे

शनिवार, 12 अक्तूबर 2024

कोने वरण सिया जनक दुलारी लिरिक्स - Kone Varan Siya Janak Dulari

पारम्परिक कोहबर लोकगीत

कोने वरण सिया जनक दुलारी
कोने वरण भगवान, कोबर रंग धरि
कोने वरण भगवान, कोबर रंग धरि

गोरे बदन सिया जनक दुलारी
श्याम वरण भवन, 
कोबर रंग धरि...

किनका सिर सोभे लाली रे सिंदुरिया
किनका सोभैन श्री मोर, 
कोबर रंग धरि...

सिया जी सिर सोभे लाली रे सिंदुरिया
राम जी के सोभे श्री मोर,
कोबर रंग धरि...

ताहि कोबर सुतय गेलैन रामचंद्र दुल्हा
देखै लागि सिया सुकुमारी,
कोबर रंग धरि...

जुग जुग जीवथि रामचन्द्र दुल्हा
जुग जुग सिया अहिबात,
कोबर रंग धरि...।

शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2024

हरियर हरियर बेलक पतिया लिरिक्स - Hariyar Hariyar Belak Pataiya

पारम्परिक कोहबर लोकगीत

हरियर हरियर बेलक पतिया
हे सखि कोबर घर मे
राम जी तोरथि बेलक पात
हे सखि कोबर घर मे

सोना के सांझी सिया, हाथ लय लेलन
हे सखि कोबर घर मे
राम जी तोरथि बेलक पात
हे सखि कोबर घर मे...

बेलपत्र तोरथि दुल्हा, दुलहिन भवन में
हे सखि कोबर घर मे
बैसल छथि सुकुमार
हे सखि कोबर घर मे...

गिरजा पूजथि सिया, मंगल गाबु
हे सखि कोबर घर मे
मंगल शुभ वरदान 
हे सखि कोबर घर मे
हरियर हरियर बेलक पतिया
हे सखि कोबर घर मे
राम जी तोरथि बेलक पात
हे सखि कोबर घर मे

हम नै जेबय कोबर घर डर लागै यै लिरिक्स - Ham Nai Jebai Kobar Ghar Lyrics

डर लागै यै, हमरा डर लागै यै
हम ने जेबय कोबर घर हमरा डर लागै यै

अपने महादेव कोहबर में बैसला
बिसधर सांप फुफकार मारय यै
हम ने जेबय कोबर घर हमरा डर लागै यै...

अपने महादेव डमरू बजाबथि
भूत प्रेत सब हुनका संगे नाच करै यै
हम ने जेबय कोबर घर हमरा डर लागै यै...

अपने महादेव बसहा पर बैसला
शिव के संग विभूति रुद्र माल सोभै यै
हम ने जेबय को कोबर घर हमरा डर लागै यै...।

जनक किशोरी मोरी भेलखिन बहिनिया हे लिरिक्स - Janak Kishori Mori Bhelkhin Bahiniya He

जनक किशोरी मोरी भेलखिन बहिनिया हे
मिथिला के नाते,
राम जी पहुनमा भेलखिन मोर हे मिथिला के नाते
राम जी पहुनमा भेलखिन मोर हे मिथिला के नाते

सिया सुकुमारी भेलखिन, प्राणहूँ से प्यारी
सिया सुकुमारी भेलखिन, प्राणहूँ से प्यारी
प्राणहूँ से प्यारी हे मिथिले के नाते
प्राण धन कौशल किशोर हे, मिथिला के नाते
राम जी पहुनमा भेलखिन मोर हे मिथिला के नाते...

निरख हृदय के हम, मड़वा बनायब
निरख हृदय के हम, मड़वा बनायब
मड़वा बनायब हे, मिथिले के नाते
दुल्हा दुलहिन चितचोर हे मिथिला के नाते
राम जी पहुनमा भेलखिन मोर हे मिथिला के नाते...

कबहु हृदय के हम कोहबर बनायब
कबहु हृदय के हम कोहबर बनायब
कोहबर बनायब हे, मिथिले के नाते
हास्य रस में होयब विभोर हे मिथिला के नाते
राम जी पहुनमा भेलखिन मोर हे मिथिला के नाते...।

गीतकार: स्नेह लता