गोनू झा के जन्म दरभंगा जिलाक अन्तर्गत 'भरवाड़ा' Bharwara गाम मे आय सं लगभग आठ सौ वर्ष पूर्व (13 वीं शताब्दी) एकटा गरीब किसान परिवार मे एहन समय भेल छलनी जहन धर्मांधता आ रूढ़िवादिता के बोलबाला छल। बड़का जमींदार राजा कहाबैत छल। दरबारि के हाथ मे शासन सं प्रजा त्रस्त छल। चापलूस दरबारिक चंगुल सं प्रजा के बचेबा मे जतय गोनू झा के महत्त्वपूर्ण योगदान छलनी, ओतय ओ साधुक भेश मे ढोंगि सं सेहो लोहा लेलैथ। मिथिलांचल मे गोनू झा के रोचक कथा जन-जन के जीह पर ओहि प्रकार विद्यमान अछि, जाहि प्रकार कवि कोकिल विद्यापति जी के सुमधुर गीत सभक कंठहार बनल अछि। गोनू झा के किस्सा लोग मे एहन रची-बसी गेल अछि जे फकरा के रूप धारण क चुकल अछि। एतय गोनू झा के सभ तरहक कहानी के बड़का संग्रह अछि, एक बेरा जरूर पढ़ब।
गोनू झा के रोचक कथा - गोनू झाक कहानी
👉 हरेक मास गोनू झाक एकटा कहानी नबका किस्सा आबैत अछि!
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