रविवार, 13 अक्तूबर 2024

निंदिया के मातल दुल्हा झुकि झुकि जाइ हे लिरिक्स - Nindiya Ke Matal Dulha Lyrics

पारम्परिक मैथिली विवाह गीत लिरिक्स

निंदिया के मातल दुल्हा झुकि झुकि जाइ हे
कहाँ गेलै माई सुनैना परिछु जमाई हे

कांचेहि बांस केर डलवा बुनाई हे
चानन काजर धरि परिछन जाइ हे

जेहने हमर धिया तेहने जमाई हे
दुल्हा के देखी-देखी नैना जुराइ हे

सोने के कलशिया में कलशा धराइ हे
दुल्हा के परिछु सखि नाक दबाई हे

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