दरभंगा जिला के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत "कोर्थु नामक गाम मे प्रगटस्वरूप बाबा तिलकेश्वरनाथ बिराजे छथि। हिनक महिमा अपरम्पार छनि। पुर्व काल मऽ जहन अहि गामक घनघोर जंगल मऽ इ शिवलिंग प्रगट भेल छल तहन संत शिरोमणि मुनिबाबा हिनक महिमाकऽ जगत विदित केलैइन तै अहि स्थान कऽ मुनिबाबा स्थान सेहो कहल जायत अछि,जहन ग्रामीण सब अहि शिवलिंग के मैट हटा क उप्पर आनवाक प्रयास केलनि तऽ ई शिवलिंग और पाताल दिस धसल लागल तहन मुनिबाबा कहलखिन्ह जे हिनक स्थान परिवर्तन नहि भऽ सकै अछि हिंनक मन्दिर अहि स्थान बनाओल जाय, तै ई शिवलिंग समतल भूमि स बड्ड नीचा अवस्थित अछि। ओहि ठाम हिनक भब्य मन्दिर बनाओल गेल, इनार, पोखैर खुनाओल गेल और मुनिबाबा अहि ठाम बड्ड पैघ यज्ञ केने छलाह ।
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बाबा तिलकेश्वरनाथ केर दर्शन आओर पूजा सँ सब मनोरथ पूर्ण होयत छैक अहिठाम "शिवरात्रि और चतुर्दशी के दूर-दूरक गाम सँ भक्त लोकैन पूजा करे लेल आबै छथि, और ग्रामीण लोकैन महाशिवरात्रि के काँवर ल सिमरिया जा क गंगाजल आनि क बाबा तिलकेश्वरनाथ केर पूजा करैत छथि, प्रेम सँ कहुँ जय बाबा तिलकेश्वरनाथ ।
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