गुरुवार, 12 नवंबर 2020

नान्हि नान्हि टा फूल - वैद्यनाथ मिश्र 'यात्री'

नान्हि नान्हि टा फूल

उज्जर उज्जर फूल

लाल लाल डंटीवला फूल

सिङरहारक फूल

आसिनक निशाशेष

नबकी पोखरिक दुबिआही भीड़

भए रहल धन्य फूलक पथारसँऽ

कए रहल गम गम गम

बायुमंडल चारू दिशुका

इएह थीक परिजात?

इएह थीक हरसिङार?

रोपि गेल छथि एक्के पाँतो मेँ

सात टा सिङरहारक गाछ

अपन इष्ट देवताक प्रीत्यर्थ

कोनो पुण्यवान् व्यक्ति

के रहथि आ महानुभाव?

की छल हेतइन हुनक नाम?

हृदयानन्द प्रतिहस्त!

तृप्तिनारायण मल्लिक!

प्राणमोहन पाठक!

शुभंकर लाभ!

की छल हेतइन हुनक नाम?

माए अथवा मातामहीक खुनवाओल


हेतइन ई नबकी पोखरि

किंवा मोसम्मात सासुक खुनबाओल होइन

से बेश .... से बश.....

ककरो खुनवाओल हाउक ई पोखरि

किच्छु रहल होइन हुनक नाम!

जे लगा लेग छथि एक्के पाँतीमेँ

???? टा सिङारहारक ई नबगुछली

हुनकहिं नामेँ बीछब हम दू आँजुर फूल

नान्हि नान्हि टा फूल

लाल लाल डंटीवला फूल

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