ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो योनः प्रचोदयात्।
मैथिली मे भावार्थ : ओहि प्राणस्वरूप , दुःखनाशक , सुखस्वरूप , श्रेष्ठ , तेजस्वी , पापनाशक देवस्वरुप परमात्माके हम अन्तःकरणमे धारण करी ।
सावित्री मंत्र ( Savitri Mantra ) :-
ॐ भू : ॐ भुव : ॐ स्व : ॐ महः ॐ जन : ॐ तपः ॐ सत्यम् ॐ
इसमे सावित्री मंत्र कहा है
जवाब देंहटाएंगायत्री मंत्र के नीचे शावित्रि मंत्र दिया गया है
जवाब देंहटाएंकॉपी पेस्ट करवाक् पद्धत्ति नहि अछि!
जवाब देंहटाएंBahut gyanak
जवाब देंहटाएंक्षमा करें, इसमें सावित्री मंत्र नहीं दिख रहा।
जवाब देंहटाएंॐ यज्ञो पवीतमसि यज्ञस्य त्वोपवीतेनोपनह्यामि।। सावित्री मंत्र ये है।
जवाब देंहटाएंYe janeu ka mantra hai kripya galat mantra na batae
हटाएंAe chandog yaghioy mantra hai
जवाब देंहटाएंye chhandog ke liye yagnyopavit mantra hai
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