मिथिला में गीत गमकय गम गम सौंसे
दीनानाथ करियौ न भोर
मिथिला में गीत गमकय गम गम सौंसे
दीनानाथ करियौ न भोर
हे छठि मैया, लागय छी गोर हे
हे छठि मैया, हरु दुख मोर हे
करुणा के रँगे रँगल, सिहरै बसतिया
दूर करू हे छठि मैया, विपदा के रतिया
बिपदा के रतिया,
सब गोटे, चलू संगे हटिया,
कीनब कुसियार संगे संगे,
कीनब सब क्यौ केरा केसौर
हे छठि मैया, लागय छी गोर हे
हे छठि मैया, हरु दुख मोर हे
हमहूं जे सब खन गामे में रहितौं
सुख दुख सब गोटे संगे में सहितौं
संगे में सहितौं
कर जोड़ि, अहूं से अरज अछि,
किरपा करू दीनानाथ,
करू छठि मैया के शोर
हे छठि मैया, लागय छी गोर हे
हे छठि मैया, हरु दुख मोर हे
पोखैरे में रीत सौंसे झम-झम बरसय
मिथिला के अंगना में इजोरिया हरसय
इजोरिया हरसय,
करू करु, घाटो पर अरिपन,
सेनूरक ठोप और बारू पथिया में दीपक इजोर
हे छठि मैया, लागय छी गोर हे
हे छठि मैया, हरु दुख मोर हे
गायक : सुशांत अस्थाना
गीतकार : विवेक रंजन, आदित्य कृष्णा
फिल्म : मिथिला मखान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !