शनिवार, 10 दिसंबर 2016

माधब तोहें जनु जाह बिदेस लिरिक्स - विद्यापति

Madhab Tohen Janu Jah Bides lyrics

माधब तोहें जनु जाह बिदेस। 
हमरा रंग रभस लएजएबह, लएबह कौन सनेस॥ 

बनहिं गमन करु होएति दोसर, मति बिसरि जाएब पति मोरा। 
हीरा मनि मानिक एको नहिं माँगब, फेरि माँगब पहु तोरा॥ 

जखन गमन करु नीर नयन भरु, देखहु न भेल पहु ओरा। 
एकहि नगर बसि पहु भेल परबस, कइसे पुरत मन मोरा॥ 

पहु संग कामिनि बहुत सोहागिनि, चंदै निकट जइसे तारा। 
भनइ विद्यापति सुन बर जौबति, अपन हृदय धरु सारा॥ 

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