Ugli Kirniya Se - Sharda Sinha Chhath Geet Lyrics
ऊगली किरिनियां से भईली बिहनमा
घर घर जांतबा के शोर
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर
ऊगली किरिनियां से भईली बिहनमा
घर घर जांतबा के शोर
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर
कासे पटबली बेली चमेली,
कासे पटौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
कासे पटबली बेली चमेली,
कासे पटौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर..
नदियां पटबली बेली चमेली
गंगा पटौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
नदियां पटबली बेली चमेली
गंगा पटौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर...
रेशम सूत गुथली बेली चमेली
सोने गुथैली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
रेशम सूत गुथली बेली चमेली
सोने गुथैली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर
सुरुज चढबली बेली चमेली,
अदित चढौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
सुरुज चढबली बेली चमेली,
अदित चढौली अड़हुल फूल,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर,
हो दीनानाथ जागी भईल अब भोर
Album: Arag
Singer: Sharda Sinha
Lyrics: Jyotindra Mishra
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