Manokamna Mandir Darbhanga
दरभंगा राज परिसर मे, श्यामा माई मंदिर सऽ कनिक दूर मनोकामना मंदिर अछि। अहि मंदिर के विषय मे मान्यता छैक जे एतय सँ मांगल गेल कोबला अवश्य पूर्ण होय छैक। ताहिलेल अहि मंदिर के नाम मनोकामना मंदिर पैर गेल। मुदा अहि मंदिर मे स्थित हनुमान जी सँ अपन मनोकामना पूरा करेबाक तरीका भिन्न अछि।
किछो मंदिर मे हनुमान जी केर प्रसन्न करबाक लेल भक्त हनुमान जी के लंगोट चढ़ाबैत छथि तऽ केतौ सिंदूर अर्पित करैत छथि मुदा दरभंगा के मनोकामना मंदिर मे मनोकामना पूरा करेबाक लेल लोग घर सँ कलम आ पिन्सिल ल'के आबय छथि। मंदिरक बाहर लड्डू के दुकान सँ प्रसाद खरदै छथि और हनुमान जी केर प्रसाद अर्पित करैत छथि। फेर मंदिरक चारु दिस घूमि के प्रदक्षिणा करैत छथि। पूजाक उपरांत कलम या पिन्सिल सँ मंदिरक दीबाल पर अपन मनोकामना लिखैत छथि। ताहिलेल मंदिरक सौंउसे दीबाल किछो नै किछ कोबला लिखल भेटैत।
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अहि मंदिर के निर्माण समतल भूमि सँ लगभग सात फुटक ऊंचाई पर एकटा बड़का सन चबूतरा पर कैल गेल अछि। मंदिर उज्जर संगमरमर पत्थर के बनल अछि। हनुमान जी केर दर्शन करबाके लेल मंदिर के बाहर ठेहुन पर बैसय परैत छैक कियाकि मंदिर के आकार छोट अछि। अहिमे हनुमान जी केर एकटा छोट सन मूर्ति विराजमान छनि। मंदिर के आगू आ पाछू दुनू दीस पोखईर छैक। मानल जाइत छैक जे अहि मंदिर के निर्माण महाराजा रामेश्वर सिंह अपन कुनो रिश्तेदार लेल बनवेने छलैथ जिनक कद छोट छलनि।
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