गुरुवार, 2 अगस्त 2018

मधूश्रावणी पावनिक गीत, आंखि मूनवाकालक गीत आ टेमी कालक गीत

पावनिक गीत 
पाबनि पूजू आजू सोहागिन प्राण नाथ के संग मे
कारी कम्बल झारि गंगाजल काजर सिन्दूर हाथ मे
चानन घसू पीसू मेहदी पीसू लिखू मैना पात मे
पावनि सजी भरि आनल जाही जूही पात मे
कतेक सून्दर साज सजल अछि लिखल मैना पात मे

आंखि मूनवाकालक गीत 
नहू नहू धरू सखी बाती धरकय मोर छाती
नहू नहू पान पसारह नहूं नहूं दुग दूहू  झांपह
मधूर मधूर उठ दाह मधूर मधूर अवगाहे
कूमर करह विधि आजे मधूश्रावणी

टेमी कालक गीत 
शीतल हबथू समीर दहो दिश शीतल लेथू उदासे
शीतल भानू लहूक लहू उगथू शीतल भरल अकासे
शीतल सजनि गीत पूनि शीतल शीतल विधि व्यवहारे
शीतल मधूश्रावणी विधि हो शीतल वसन सिंगारे
शीतल घुत शीतल वरू वाती  शीतल कामनि आंगे
शीतल अगर शूशीतल चानन शीतल आबथू मांगे
शीतल कर लय नयन झापावह शीतल देलह पाने
शीतल हो अहिवात कूमर संग शीतल जल सनाने
कांपय दल सन थर थर कापय मधूश्रावणी आजे
सकल सिंगार समारि सजथि सब मधूमय कैल समाजे
कमल नयन पर पानक पट दै नागर जखनहि झांपै
विधिकरी हाथ चद्रकर बाती देखी सगर तन कांपै
आजू सोहागिन सहमल बैसल मूख किये पड़ल उदासे
अम्मा मूख हेरय बहाबह गाइनि गाबथि गीते
बड़ अजगूत मधूश्रावणी विधि परम कठिन इहो रीते

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