बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
अपन नगरी हो झारखण्ड नगरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
अँगना बहारब बाबा, घरबा बहारब - 2
और बहारब अहाँ के डेहरी,
बाबा औरो बहारब अहाँ के डेहरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
अहाँके नगर में बाबा गंगा नहायब - 2
जल भरी आनब भरी गगरी
बाबा जल भरी आनब भरी गगरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
कार्तिक गणपति गोद खेलायब - 2
पीसब भांग रगरी रगरी,
बाबा पीसब भांग रगरी रगरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
सांझ सवेरे बाबा झांकी निहारब - 2
जीवन सफल होयत हमरी
बाबा जीवन सफल होयत हमरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
अपन नगरी झारखण्ड नगरी
बाबा नेने चलियौ हमरो अपन नगरी - 2
बाबा लेने चलियौ हमरो अपन नगरी लिरिक्स
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी - 2
अपन नगरी यौ कैलाश पुरी - 2
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी - 2
पारवती के हम, टहल बजायब - 2
नित उठि नीर भरब गगरी,
यौ भोला, नित उठि नीर भरब गगरी,
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी - 2
बेलक पतिया, फूल चढ़ायब - 2
नित उठि भांग पिसब रगड़ी,
यौ दानी, नित उठि भांग पिसब रगड़ी,
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी - 2
भनही विद्यापति, सुनू हे मनाइनि - 2
इहो थिका दानीक माथक पगड़ी - 2
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी - 2
अपन नगरी यौ कैलाश पुरी,
अपन नगरी यौ कैलाश पुरी,
बाबा लेने चलियौ, हमरो अपन नगरी। - 2
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