बुधवार, 29 मार्च 2017

दया करु एक बेर हे माता लिरिक्स - Daya Karu Ek Ber He Mata Lyrics

Daya Karu Ek Ber He Mata Lyrics in Hindi - Song by Vidyapati

दया करु एक बेर हे माता
कृपा करु एक बेर
जहियाँ सँ माता आहाँ घर अयलऊँ
दुख छोड़ि सुख नहिं भेल
हे जननी दया करु एक बेर

जहिया सँ माता सुख देखइ लगलऊँ
नग्र में भइ गेल शोर
हे जननी दया करु एक बेर

कोने फुल ओढ़न माँ के
कोन फुल पहिरन
कोने फुल सोलहो सिंगार
हे जननी दया करु एक बेर

बेली फुल ओढ़न माँ के
चमेली फुल पहिरन
अरहुल फुल सोलहो सिंगार
हे जननी दया करु एक बेर 

पहिरी-ओढि काली कहवर गेली
कुरय लगली अबला गोहारि
हे जननी दया करु एक बेर

रचनाकार: विद्यापति


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