शुक्रवार, 8 अप्रैल 2022

साओनर साज ने भादवक दही - लिरिक्स

रचनाकार - विद्यापति
बारहमासा गीत

साओनर साज ने भादवक दही।
आसिनक ओस ने कार्तिकक मही।।

अगहनक जीर ने पुषक धनी।
माधक मीसरी ने फागुनक चना।।

चैतक गुड़ ने बैसाखक तेल।
जेठक चलब ने अषाढ़क बेल।।

कहे धन्वन्तरि अहि सबसँ बचे।
त वैदराज काहे पुरिया रचे।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !