छिन कऽ लेबौ.....,
छिन कऽ लेबौ, एहि जग से तोरा, छड़ अठन्नी देबौ गे,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ,
छिन कऽ लेबौ, एहि जग से तोरा, छड़ अठन्नी देबौ गे,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ…..
एलैं सहरसा चलै छै फरसा, बाइढ़ तू अनलैं कोशी में,
एलैं सहरसा चलै छै फरसा, बाइढ़ तू अनलैं कोशी में,
बाइढ़ तू अनलैं कोशी में,
कथि लैं जाय छैं आरा छपरा, नुका कऽ रखतौ पौती में,
नुका कऽ रखतौ पौती में,
सुनै छी पटना नीक लगै छौ, जेहेन ई सारी छीट लगै छौ,
चतुर अधिक छैं....,
चतुर अधिक छैं, हाजीपुर ई एतहि लगै केरबन्नी गे,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ....,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ
रसिक अधिक छै सिवान ई सारन, चम्पारण मे लोइढ़ लेतौ,
रसिक अधिक छै सिवान ई सारन, चम्पारण मे लोइढ़ लेतौ,
चम्पारण में लोइढ़ लेतौ,
तौल नै करे सुपौल बला गे, मोन तोहर ई मोहि लेतौ,
मोन तोहर ई मोह लेतौ,
तोरा असर्फी कान में देतौ, मुदा अपन खरिहान बजेतौ,
नाला में नार पुआर बिछा कऽ,
नाला में नार पुआर बिछा कऽ, धँगि देतौ पहिरन्नी गे,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ,
दरभंगा देबौ, तोरे मधुबनी देबौ
स्वर: उदित नारायण
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