शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2025

गंगा जी के पनिया लहालह लिरिक्स Ganga Ji Ke Paniya Lahakar Lyrics

गंगा जी के पनिया लहालह
नइया लागल किनार,
नइया भरल नियर आबे,
ओ पर पियर ओहार,

स्वामी निर्धन मोरा, बैठल मनबा मार,
स्वामी निर्धन मोरा, बैठल मनबा मार,
अचरा धर बोले, देवरा लाई नारियर उधार
अचरा धर बोले, देवरा लाई नारियर उधार
सेहे नारियर लाई देबरबा, उहे छठी के सिंगार
गंगा जी के पनिया लहालह
नइया लागल किनार...

चुनी चुनी चाउर ननदि, खिरिया दिहले उतार
चुनी चुनी चाउर ननदि, खिरिया दिहले उतार
उहे खिरिया खाई कईनी, बरत तोहार
उहे खिरिया खाई कईनी, बरत तोहार
कर सूप दिहली चढ़ाइ, पुरल मनसा हमार
गंगा जी के पनिया लहालह
नइया लागल किनार,
नइया भरल नियर आबे,
ओ पर पियर ओहार।

एल्बम : अरग
स्वर : शारदा सिन्हा
लिरिक्स : 


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