शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2025

कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया लिरिक्स - Kartik Mahinwan Ke Lyrics

कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया,
कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया
कि चलु सखिया, कि चलु सखिया, 
करे छठ रे बरतिया, 
कि चलु सखिया, करे छठ रे बरतिया,
कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया,
कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया
कि चलु सखिया, कि चलु सखिया, 
करे छठ रे बरतिया, 
कि चलु सखिया, करे छठ रे बरतिया,

छठ रे बरतिया बरा रे महात्म
छठ रे बरतिया बरा रे महात्म
कि पूरी जैइहे आस, 
कि पूरी जैइहे आस, करू छठ रे बरतिया
कि पूरी जैइहे आस, करू छठ रे बरतिया..

मईया डालीएबा सजाबे सब सखियाँ
मईया डालीएबा सजाबे सब सखियाँ
कि मनसा पूरैइहे, 
कि मनसा पूरैइहे, करू छठ रे बरतिया
कि मनसा पूरैइहे, करू छठ रे बरतिया..

मईया के दुआरे एगो अन्हरा पुकारे,
मईया के दुआरे एगो अन्हरा पुकारे,
सुनी अरज हमार,
सुनी अरज हमार, करब छठ रे बरतिया,
सुनी अरज हमार, करब छठ रे बरतिया...

मईया के दुआरे एगो कोडीया पुकारे,
मईया के दुआरे एगो कोडीया पुकारे
सुनी विनती हमार,
सुनी विनती हमार, करब छठ रे बरतिया,
सुनी विनती हमार, करब छठ रे बरतिया,

मईया के दुआरे एगो बांझीन पुकारे,
मईया के दुआरे एगो बांझीन पुकारे,
भरि गोदिया हमार, 
भरि गोदिया हमार, करब छठ रे बरतिया,
भरि गोदिया हमार, करब छठ रे बरतिया,
कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया,
कार्तिक महिनवा के पाख अजोरिया
कि चलु सखिया, कि चलु सखिया, 
करे छठ रे बरतिया, 
कि चलु सखिया, करे छठ रे बरतिया...।

एल्बम : अरग
स्वर : शारदा सिन्हा
लिरिक्स : 

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