मिथिला धरोहर, मधुबनी : मैथिली आ हिन्दी साहित्य केर चिर-परिचित कवि, कथाकार, गीतकार, नाटककार आ संपादक गंगेश गुंजन के 2017 के प्रबोध साहित्य सम्मान सँ सम्मानित कैल जेतनि। स्वस्ति फाउंडेशन सहरसा दिस सँ इ सम्मान प्रतिवर्ष देल जाइत अछि। मैथिली के सर्वाधिक प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार प्रबोध साहित्य सम्मान के लेल चुनल जेवाक जानकारी संस्था के संरक्षक उदय नारायण सिंह नचिकेता जी श्री गुंजन के देलनि।
मधुबनी शहर सँ सटल पिलखवार के रहय वला गुंजन जी एक दर्जन सँ बेसी साहित्यिक कृति के सृजन कऽ चुकल छथि। मैथिली मे हुनक अन्हार इजोत, ‘उचितवक्ता (कथा-संग्रह), पहिल लोक (उपन्यास), हम एकटा मिथ्या परिचय, (दीर्घक विता), लोक सुनू (कविता संग्रह), बुधिबधिया, आइ भोट (नाटक), प्रकाशित भऽ चुकल अछि। ओतय हिन्दी मे ‘शब्द तैयार है (कविता संग्रह) प्रकाशित भऽ चुकल अछि। मिथिलांचल के लोककथाएं (संकलन) तथा ‘नैका बनिजारा उपन्यास के सेहो ओ हिन्दी मे सफल अनुवाद केने छथि। साथे ‘उचित वक्ता कहानी संग्रह पर हिनका 1994 मे साहित्य अकादमी पुरस्कार सँ सम्मानित कैल गेल छलनी।
Tags #Madhubani #Maithili literature dignity #Enlightenmen writer #Gangesh Gunjan
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !