सोमवार, 15 जून 2020

कखन हरब दुख मोर लिरिक्स | Kakhan Harab Dukh Mor Lyrics

Kakhan Harab Dukh Mor Song Lyrics in Hindi

कखन हरब दुख मोर, हे भोलानाथ
कखन हरब दुख मोर
कखन हरब दुख मोर, हे भोलानाथ
कखन हरब दुख मोर

दुख ही जनम भेल दुख ही गमाओल
दुख ही जनम भेल दुख ही गमाओल
सुख सपनहू नहीं भेल हे भोलानाथ
कखन हरब दुख मोर...

अछत चानन और गंगा जल
अछत चानन और गंगा जल
बेल पात तोही देब हे भोला नाथ
कखन हरब दुख मोर....

यही भवसागर थाह कतहु नहीं
यही भवसागर थाह कतहु नहीं
भैरव करू कर आए हे भोलानाथ
कखन हरब दुख मोर....

भन विद्यापति मोर भोलानाथ गति
भन विद्यापति मोर भोलानाथ गति
देहू अभय बड़ मोहि हे भोलानाथ...
कखन हरब दुख मोर....


  • गीतक बोल : कखन हरब दुख मोर - लिरिक्स
  • गायक : ममता राजे, दीपा नारायण
  • फिल्म : कखन हरब दुख मोर
  • गीतकार : विद्यापति
  • संगीतकार : ज्ञानेश्वर दुबे, सुरेश आनंद

कखन हरब दुख मोर, हे भोलानाथ।
दुखहि जनम भेल, दुखहि जिवन गेल, 
सपनहु नहि सुख मोर।
एहि भव सागर थाह कतहु नहि, 
भैरव धरु करुआर।
भन विद्यापति मोर भोलानाथ 
गति करब अन्त मोहि पार।


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