मैथिली प्रख्यात कथाकार आ संपादक राजमोहन झा ( Litterateur Rajmohan Jha) के जन्म 1934 भेलनि। राजमोहन झा मूल रूप सं वैशाली जिलाक कुमार बजीतपुर के निवासी छलैथ। हुनका मैथिली भाषाक सर्वश्रेष्ठ लेखक मे सं एक मानल जाइत छनि। राजमोहन जी पचासक दशक मे मैथिली मे लेखन शुरू केने छलथि। राजमोहन जी श्रम विभाग मे एकटा रोजगार अधिकारीक रूप मे काज केलथि आ साहित्य मे सेहो योगदान देलथि। हिनकर पिताजी स्व.हरिमोहन झा मैथिली साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार रहल छलथि।
मैथिली मे हिनक कुल नौटा रचना अछि। हिन्दी मे सेहो समीक्षा लिखैत छलथि। हुनका मैथिली कथा ‘आई काल्हि परसू’ Aai Kaalhi Parsoo (कथा-संग्रह) के लेल वर्ष 1996 मे साहित्य अकादमी दिल्ली सं पुरस्कृत कैल गेल छलनी।
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एक आदि एकांत, झूठ साँच, एकटा तेसर, भनहि विद्यापति, अनुलग्नक, आइ काल्हि परसू (कथा संग्रह), गलतीनामा, टीप्पणीत्यादि (आलोचना) हिनकर लोकप्रिय रचना अछि। राज मोहन झा प्रबोध सम्मान 2009 सँ सेहो सम्मानित कैल गेल छलनी।
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