गुरुवार, 27 अप्रैल 2023

सबटा खाइये गेल भांग लिरिक्स - Sabta Khaiye Gel Bhang Lyrics

Sabta Khaiye Gel Bhang Lyrics in Hindi by Vidyapati

सबटा खाइये गेल भांग
खुजि गेल बसहा, 
खुजि गेल बसहा, चीबाइये गेल भांग
सबटा खाइये गेल भांग
खुजि गेल बसहा, 
खुजि गेल बसहा, चीबाइये गेल भांग
सबटा खाइये गेल भांग

जंगल झारी घूम के गौरी,
काटी के लेलनि भांग,
जंगल झारी घूम के गौरी,
काटी के लेलनि भांग,
बड़ उतपटि शिव के बसहा - 2,
खाइये गेल भांग, सबटा खाइये गेल भांग
खुजि गेल बसहा, 
खुजि गेल बसहा, चीबाइये गेल भांग
सबटा खाइये गेल भांग

व्याकुल गौरी दौरि गौरी,
खोज के लौलन डांग,
व्याकुल गौरी दौरि गौरी,
खोज के लौलन डांग,
एहि बाटे जेता बसहा - 2,
तोड़िये देबनी टांग
सबटा खाइये गेल भांग
खुजि गेल बसहा, 
खुजि गेल बसहा, चीबाइये गेल भांग
सबटा खाइये गेल भांग

धनहीँ विद्यापति सुनु हे गौरा,
शिव के करियोनि ध्यान,
धनहीँ विद्यापति सुनु हे गौरा,
शिव के करियोनि ध्यान,
सबके बाबा दुख हरै छै - 2,
नीलकंठ भगवान
सबटा खाइये गेल भांग
खुजि गेल बसहा, 
खुजि गेल बसहा, चीबाइये गेल भांग
सबटा खाइये गेल भांग

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