जितिया पावैन बड़ भारी
धिया पुता के ठोक सुतेलनी
धिया पुता के ठोक सुतेलनी
खेलैंन भैर थारी
जितिया पावैन बड़ भारी
नहाय खाय में मांछ मंगेबै
संग में मरुआ कारी
नहाय खाय में मांछ मंगेबै
संग में मरुआ कारी
भोरबा में उठी ओठगन करबै
भोरबा में उठी ओठगन करबै
चुरा दही ल थारी
जितिया पावैन बड़ भारी
जितुवाहन छैथ संकट हारी
हिनकर पूजा भारी
जितुवहन छैथ संकट हारी
हिनकर पूजा भारी
निर्जल रही हम पावैन करबै
निर्जल रही आहाँ पावैन करबै
सुनथिन प्रभु उपकारी
जितिया पावैन बड़ भारी
जितुवाहन सं आशीष मंगबै
खिलल रहै ई क्यारी
जितुवाहन सं आशीष मंगबै
खिलल रहै ई क्यारी
धिया पुता सब आनन्द रहतै
धिया पुता सब आनन्द रहतै
बनल रहत फुलवारी
जितिया पावैन बड़ भारी
जितिया पावैन बड़ भारी
धिया पुता के ठोक सुतेलनी
धिया पुता के ठोक सुतेलनी
अपने खेलैंन भैर थारी
जितिया पावैन बड़ भारी
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बहुत सुन्दर, बचपन क सुनल गीत कै पूरा लिरिक्स मिल गेल।
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