जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
सम्पूर्ण सृस्टि हिनकहि रचना
अनुपम अद्भुत के करत परतर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
जे पूजत माय के विमल चरण
हो निश्चय हुनकर कष्ट हरण
एलौं हर्षित माईक गहबर
ऐछ अम्ब चरण पर आस हमर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
माईक माया भरि जग पसरल
माईक लीला ब्रमांड सकल
तैं गहल हिनक हम युगल चरण
माहिक चरणन में बास हमर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
हम पुत्र कपूत रहि तैइयो
ऐछ ध्यान गुमान अहिं पर माँ
छोड़ब ने कहियो मृदुल चरण
दुर्गति सुभगति जे होय हमर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
माईक ममता में लिपटल ऐछ
ई विश्व हमहूँ हुनकहि रचना
नै छोड़ब तोरब भक्ति ध्यान
बरु साहब कष्ट जे होयत हमर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
नै भरि जग दोसर इष्ट हमर
माँ पूजब आहाँक अभीष्ट हमर
अछि बौरायल व्याकुल तारा
करू माफ दोष हरु कष्ट सकल
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
सम्पूर्ण सृस्टि हिनकहि रचना
सम्पूर्ण सृस्टि हिनकहि रचना
अनुपम अद्भुत के करत परतर
जगदम्ब चरण चित्त ध्यान हमर
माता सन जग में के दोसर
गीतकार: तारा नन्द दास
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