शुक्रवार, 25 नवंबर 2016

कृष्ण कृष्ण कऽ द्रोपदी करथि रोदना लिरिक्स - मैथिली कीर्तन

कृष्ण कृष्ण कऽ द्रोपदी करथि रोदना
कृष्ण अहाँ बिना लाज बांचत कोना

सभा बिच द्रोपदी करथि रोदना
कृष्ण कनिएक चीर बढ़ाउ अहाँ

दुष्ट कौरव के क्यो नहि देलक मना
पांचो पाँडव सहित चलू वन रहना

कर्म विधान लिखथि विधना
पांचो पाँडव सँ शकुनि केलथि वंचना

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !