Seethal Kesak Kaari Dhaar Song Lyrics
सीथल केसक कारी धार
चमकि रहल छैन्ह खूब लिलार
पीयर टिकुली साज सिंगार
आँखि में डुबीके भऽ जाउ पर
ठमकि ठमकि कऽ देखि लिय
प्रीत केना नै हैत
ललकि ललकि कऽ देखि लिय'
प्रीत केना नै हैत
हरियर तितली डैरे डैर
फूल आ पात सं करि दुलाइर
ओम्हर चलु ने कात किनौर
मोन सं बाँधु प्रेमक ताइर
समभैर-समभैर कऽ देखि लिय'
प्रीत केना नै हैत
ललकि ललकि कऽ देखि लिय'
प्रीत केना नै हैत
कल-कल, छल-छल
हँसी ठहाक छियै
ठोरक लाली पान जँका
ऐ मिथिला सन सुंदर नै
पोखर पाग मखान जँका
अपन प्रेमक नगरी
जानकी जी के धाम जँका
अहाँ बसल मोन मे
सीता के मोन मे राम जँका...
सीथल केसक कारी धार
चमकि रहल छैन्ह खूब लिलार
पीयर टिकुली साज सिंगार
आँखि में डुबीके भऽ जाउ पर
ठमैक-ठमैक कऽ देखि लिय'
प्रीत केना नै हैत
ललकि ललकि कऽ देखि लिय'
प्रीत केना नै हैत
स्वर: भास्वती चक्रवर्ती
संगीत: आशुतोष सिंह
फिल्म: मिथिला मखान (मैथिली)
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