गुरुवार, 7 नवंबर 2024

सरसों के कली सिया, जोत महान हे लिरिक्स - Sarso Ke Kali Siya Jot Mahan He

सरसों के कली सिया, जोत महान हे, तीसी फूल,
रंग दुलहा सोहान हे, तीसी फूल।

हियरा दियटिया में नेहिया चुआन हे, रस-रस,
प्रान बतिया जरान हे, रस-रस।

छवि-माधुरी-रस झहरि झहरान हे, भींजि-भींजि,
सब सखिया नहान हे, भींजि-भींजि।

सब जग भरल अन्हरबा महान हे, मोर अँगना,
उगल चार-चार चाँन हे, मोर अँगना।

जेकरा लागी जोगी-मुनी बन में ध रे ध्यान हे, सोई प्रभु,
मोरा अँगना कूटे धान हे, सोई प्रभु।

पाओल ‘करील’ ऐसन मेहमान हे, अब कछु,
नहिं जिया अरमान हे, अब कछ।

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