धिया केर हाथ बाबा वर के समरपल
धिया भेली ममता विभोर गे माई।
मुसुकल सन मुँह काँपे दूनू ढोरबा,
आँखिया में रोकल लोर गे माई ।
हमर अपन धिया वंश बदलि गेल,
हमरो कलेजा कठोर गे माई।
लतिका स्नेह मइया छाती दाबि हुकरथि,
धिया लेई जायब पराय गे माई।
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