बुधवार, 22 मई 2019

राम लला सन सुंदर वर के जुनि पढ़ियौ किओ गारी लिरिक्स - Ramlala San Sundar Var Ke Juni Badhiyau

राम लला सन सुंदर वर के,
जुनि पढ़ियौ किओ गारी हे

केवल हास-विनोदक पूछियन्हु, 
उचित कथा दुई चारी हे,

सुनू सखी एक अनुपम घटना, 
अजगुत लागत भारी हे, 

खीर खाए बालक जनमा ओल, 
अबधपुर के नारी हे,

स्नेहलता किछु आब ण कहियन्दु, 
बिपदा पड़तन्ही भारी हे 

खुशी खुसी मिथिला से जयता, 
भेज देता महतारी हे


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