रविवार, 6 मार्च 2016

शुकेश्वर नाथ महादेव : बसबिट्टा, सीतामढ़ी

मिथिला धरोहर, सीतामढ़ी : भारत-नेपाल सीमा पर मेजरगंज प्रखंड मुख्यालय सँ दस किमी के दूरी पर बसबिट्टा गांव मे स्थित अछि शुकेश्वर नाथ महादेव के अति प्राचीन मंदिर ( Shukeshwar Nath Mahadev Basbitta )। इ मंदिर नय केवल भारत आ नेपाल के लोगक आस्था के केंद्र अछि, बल्कि एतय के भोले नाथ दुनु देश के लोगक मन-मंदिर मे रैच-बैस गेल छथि।

मंदिरक इतिहास : शुकेश्वर मुनी द्वारा एही शिवलिंग के स्थापना कैल जेवाके कारण एही शिवलिंग केर नाम शुकेश्वरनाथ पड़लनि। जानकारक अनुसार त्रेता युग मे स्वयंवर मे भाग लेबय जनकपुर जेबाके दौरान बसबिट्टा गांव मे शुकेश्वर ऋषि एतय शिवलिंग के स्थापना क भगवान शंकर केर पूजा अर्चना केने छलैथ। मिथिला नरेश राजा जनक जी सेहो बसविट्टा पहुंच के बाबा शुकेश्वर नाथ महादेव ( Sitamarhi Shukeshwar Sthan ) केर पूजा-अर्चना केने छलैथ।
कहल जाइत अछि जे एही स्थान पर भोलेनाथ राजा जनक आ शुकेश्वर ऋषि केर दर्शन सेहो देने छलथि। राम जानकी विवाह के उपरांत जनकपुर सँ लौटैत ऋषि-मुनि एतय मंदिर के निर्माण क भोले नाथ केर पूजा-अर्चना के पश्चात वापस गेल छलथि। बाद मे इ मंदिर जमींदोज भ गेल। भूकंप के त्रासदी झेलवा के पश्चात जनकपुर राज दरबार द्वारा एही मंदिर के जीर्णोद्धार कैल गेल। 

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एतय स्थापित शिवलिंग अति प्राचीन अछि, जे धरती के सामान्य उंचाई सँ दस फीट नीचा करीब सात फीट लंबा शिवलिंग सावन सँ कातिक धरि शिवलिंग जलाधिवास मे रहय छथि। एही चाईर मास मे शिवलिंग केर गर्भ गृह पैइन मे डूबल रहय अछि। ताहि लेल सावन सँ कातिक धरि लोग मंदिर के बाहर स्थित भगवान शिव केर प्रतिमा पर जलाभिषेक करैत अछि। मंदिर के गर्भ गृह के पैइन इलाका मे मौसम के भविष्यवाणी करय अछि। गर्भ गृह मे जतेक पैइन होइत अछि, इलाका मे ओतेक बेसी पैइन होइत अछि। गर्भ गृह मे पैइन सूखला सँ इलाका मे अकालक स्थिति होइत अछि। मन्दिरक लगे पोखैर आ ईनार अछि, जाहि सँ बाबा के अभिषेक कैल जाइत अछि।
कोना जायब : सीतामढ़ी रेलवे टीसन सँ 35 किमी के दूरी पर भारत - नेपाल सीमा सँ ठीक सटल बसबिट्टा गांव मे बाबा शुकेश्वरनाथ महादेव के मंदिर अछि। सीतामढ़ी सँ मेजरगंज बस सँ या फेर गाड़ी भाड़ा क एतय जा सकय छी। ओतय मेजरगंज सँ टेम्पो या निजी वाहनक जरिए बसबिट्टा जा सकय छी।

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कतय ठहरी : बसबिट्टा स्थित शुकेश्वरनाथ महादेव मंदिर परिसर मे मंदिर प्रबंधन द्वारा धर्मशाला के निर्माण कैल गेल अछि। एतय पर्यटक अस श्रद्धालु ठहरैत अछि। एहीके अलावा सीतामढ़ी शहर मे कतेक रास होटल अछि, जतय ठहरल जा सकैत अछि।

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