मिथिलाक समस्तीपुर जिला सं करीब 17 किमी दक्षिण-पश्चिम मे मोरवा प्रखंड मुख्यालय सं लगभग 500 मीटरक दूरी पर अवस्थित ऐछ खुदनेश्वर धाम मन्दिर । इ स्थान सामाजिक सौहार्द आ साम्प्रदायिक एकताक अनुपम स्थल अछि। एतय बाबा खुदनेश्वर के शिवलिंग आ खुदनी बीबी के मजारक पूजा अर्चना एके संगे श्रद्धा एवं विश्वासक संग कैल जाइत अछि। ओना त सालो भैर मंदिर में पूजा पाठ होइत रहैत अछि मुदा महा शिवरात्रि में एतय भव्य मेलाक आयोजन होइत ऐछ। दु धर्मक एकताक उदाहरण बनल खुदनेश्वर धाम सम्भवतः विश्व के एहन पहिल मंदिर अछि जतय एक छतक निच्चा भोले बाबा के शिवलिंग आ मुस्लिम महिला के माजर कोइन। इ स्थल अपने आप में अद्वितीय अछि।
अहि जगह के बारे मे कहल जाइत अछि जे सात सौ वर्ष पूर्व एतय घनघोर जंगल होइत छल जेतय आस पासक लोग गाय चरायब लेल आबय छल। ओतय मुस्लिम महिला खुदनी बीबी सेहो अक्सर गाय चराबय आबय छली। मुदा सांझक समय गाय के थन सं दूध नै निकलै छल। अहि पर खुदनी बीबी के परिवार के आश्चर्य होय छल। एक दिन गाय चरेबाक क्रम मे खुदनी देखलनि जे गाय एकटा झुरमुट मे ठाड़ अछि आ गायक थन सं अपने आप एकटा निश्चित स्थान पर दूध खैस रहल छल। इ देख खुदनी के बड़ आश्चर्य भेलनि। आ इ घटना के जहन लोग के सुनेलनी त ओहि स्थल पर खोदाई कैल गेल। जतय भव्य शिवलिंग दिखाई पड़ल। खुदाई के क्रम मे कुदारी सं शिवलिंग के उपरका भाग कनि टूइट गेल जे साक्ष्य के रूप मे आयो देखल जा सकैत अछि।
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खुदनी बीबी के मरणोपरान्त शिव केर स्वप्न के मुताबिक शिवलिंग के बगल मे मात्र डेढ़ गज के दूरी पर हुनका दफनायल गेलनी। बाद मे खुदनी बीबी के नाम के जोइर के अहि स्थल के नामकरण खुदनेश्वर स्थान पड़ल। ब्रिटिश समय मे नरहन स्टेट 1858 मे एकटा मंदिरक निर्माण करेने छलाह।
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आवागमन के व्यवस्था :-
समस्तीपुर जिला मुख्यालय सँ बस के द्वारा दक्षिण-पश्चिम मे 15 किमी पर गंगापुर चौक अछि। ओतय सँ लगभग 2 किमी दक्षिण खुदनेश्वर धाम अवस्थित अछि। ताजपुर चौक सं 5 किमी दक्षिण-पूब दिस खुदनेश्वर धाम अवस्थित अछि जेतय सं निजी वाहनक माध्यम सं पहुंचल जा सकैत अछि। मंदिर के दक्षिण दिशा मे मात्र 5 किमी के दूरी पर एनएच 103 पर सरैया चौक ऐछ, जेतय सं निजी वाहनक द्वारा धाम धैर पहुंचल जा सकैत अछि।
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