रविवार, 2 अप्रैल 2023

Ge Bahina Kona Ka Parichhab Lyrics | गे बहिना कोना कऽ परिछब लिरिक्स


Bahina Ge Kona Ke Parichhab Lyrics

बहिना गे कोना कऽ परिछब सिया जि के बर के
लगैय हमरा डर गे ना - 2

बरके बापके पाकल दाढि, हुनका तीन-तीनटा महतारि - 2
बरके देखिके हमरा बुझाइय चित चोर गे, लगैय हमरा डर गे ना,
बहिना गे कोना कऽ परिछब सिया जि के बर के
लगैय हमरा डर गे ना

बर छैथ बचपन सौ धनुष धारी उ तऽ बनौलन पथल के नारी - 2
हिनका देखिते देखिते भऽ गेल साँझ सं भोर गे, लगैय हमरा डर गे ना,
बहिना गे कोना कऽ परिछब सिया जि के बर के
लगैय हमरा डर गे ना।


Ge Bahina Kona Ka Parichhab Lyrics

गे बहिना कोना कऽ परिछब
गौरी बुढ़वा बर गे होइया हमरा डर गे ना
गे बहिना कोना कऽ परिछब
गौरी बुढ़वा बर गे होइया हमरा डर गे ना

बर के चोटकल चोटकल गाल, बुढ़वा देखइ में कमाल - 2
गे बहिना देखइ में कमाल
गे बहिना सौंसे देह में सर्प छई लटकल गे
होइया हमरा डर गे ना
गे बहिना कोना कऽ परिछ्ब
गौरी बुढ़वा बर गे होइया हमरा डर गे ना

बर के चादरों नाइ धोती, एकटा बान्हल छई लंगोटी - 2
गे बहिना बान्हल छई लंगोटी
गे बहिना सौंसे देह में भष्म छई रमल गे
होइया हमरा डर गे ना
गे बहिना कोना कऽ परिछ्ब
गौरी बुढ़वा बर गे होइया हमरा डर गे ना

बर के भुत प्रेत बाराती, देख के धडकैया छाती - 2
गे बहिना धडकैयें छाती
गे बहिना जटा सं बहै गंगा जी के धार गे
होइया हमरा डर गे ना
गे बहिना कोना कऽ परिछ्ब
गौरी बुढ़वा बर गे होइया हमरा डर गे ना

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