शनिवार, 6 मई 2023

सिया सुकुमारी मिथिला के दुलारी लिरिक्स - Siya Sukumari Mithila Ke Dulari Lyrics

Siya Sukumari Mithila Ke Dulari Lyrics Song by Kunj Bihari Mishra

सिया सुकुमारी मिथिला के दुलारी -2,
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2,
सिया सुकुमारी मिथिला के दुलारी -2,
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2,

चारु दूलह दशरथ के रे नंदन
अद्भुत रूप निहारी,
चारु दूलह दशरथ के रे नंदन
अद्भुत रूप निहारी,
भेलौ मगन मन नर और नारी
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2

रूप बदलि ऋषि मुनि सब एला
अरु पुष्पन बर साई,
रूप बदलि ऋषि मुनि सब एला
अरु पुष्पन बर साई,
अब अवध पूरी के युवराज रघुराइ
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2

जिनकर वर्णन वेद करै अछि
अखिल लोक सुखदाई,
जिनकर वर्णन वेद करै अछि
अखिल लोक सुखदाई,
कौशल्या सूत राम जमाई
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2

सीया सुकुमारी मिथिला के दुलारी -2,
पाहून हमर रघुवर धनु धारी -2,

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !