बुधवार, 7 जून 2023

बाबा हो बाबा की लिखल कपार में लिरिक्स | Baba Ho Baba Ki Likhla Kapar Me lyrics

Baba Ho Baba Song Lyrics by Arvind Singh 

सहब कतेक दुःख हम संसार में -2
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2
डुबि जेतै दुनिया हमर नोरक धार में - 2
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2

दोष हमर की भेलै, किछु नै जनै छी,
कोन जनम के पाप कटै छी,
दोष हमर की भेलै, किछु नै जनै छी,
कोन जनम के पाप कटै छी,
कृपानिधी सँलकृपा मँगै छी उधार में,
यौ कृपा अहाँ सं बाबा मँगै छी उधार में,
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2

आब ने मनोरथ कोनो, कोनो सेहेंता,
दुनिया में एलौं कोन लागल अदंता,
आब ने मनोरथ कोनो, कोनो सेहेंता,
दुनिया में एलौं कोन लागल अदंता,
ओझरायल प्राण हमर, विपतक जाल में,
ओझरायल प्राण यौ बाबा, विपतक जाल में,
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2

सच्चिदानन्द ई वेदना लिखै यै,
पुत्र अरविन्द बाबा विनती गबै यै,
सच्चिदानन्द ई वेदना लिखै यै,
पुत्र अरविन्द बाबा विनती गबै यै,
तेजब प्राण बाबा तोहर दरबार में,
तेजब प्राण हम तोहर दरबार में,
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2

सहब कतेक दुःख हम संसार में -2
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में -2
डुबि जेतै दुनिया हमर नोरक धार में -2
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में,
बाबा हो बाबा की लिखलऽ कपार में।

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