हौ बाबा दुखिया बैसल,
कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना,
हौ बाबा दुखिया बैसल,
कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना…..
उपजल भाग्य में अगबे दोष,
विधना साँठल जेना बपौत,
उपजल भाग्य में अगबे दोष,
विधना साँठल जेना बपौत,
विधना साँठल जेना बपौत,
हौ बाबा बिपति भेटल अछि,
जीवन भरि उपहार में,
के सुनतै संसार में ना,
हौ बाबा दुखिया बैसल,
कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना…
जग में सब केलक अपमान,
निर्धन के तू ही भगवान,
जग में सब केलक अपमान,
निर्धन के तू ही भगवान,
निर्धन के तू ही भगवान,
हौ बाबा निर्बल भेलौ,
कष्ट देलौं आहार में ना,
के सुनतै संसार में ना,
हौ बाबा दुखिया बैसल,
कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना…
हमर के असरा के बिन्द,
कानि कानि कहि रहल अरविन्द,
हमर के असरा के बिन्द,
कानि कानि कहि रहल अरविन्द,
कानि कानि कहि रहल अरविन्द,
हौ बाबा सच्चिदानन्द,
डुबि रहल मजधार में,
के सुनतै संसार में ना,
हौ बाबा दुखिया बैसल, कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना,
हौ बाबा दुखिया बैसल, कानि रहल दरबार में,
के सुनतै संसार में ना।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !