बड़ा भारी जुलुम केलौं हे मेना, नारद पर विश्वास केलौं
बड़ा भारी जुलुम केलौं हे मेना, नारद पर विश्वास केलौं
दाँत टुटल केश पाकल वर केँ, कोना परीछि आनि लेलौं
नहि छनि बरकेँ घर घरारी, ने छनि बाड़ी झारी
गौरीक गला हलाल केलौं, हे नारद पर विश्वास केलों
सह सह साँप करै छनि, गले नाग फुफकार छोड़ै छनि
गौरी केँ सन्ताप देलौं, नारद पर विश्वास केलौं
बड़ा भारी जुलुम केलौं हे मैना, नारद पर विश्वास केलौं
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !