● परिछन गीत
आयल छथि दुलहा जनकजी के द्वार
चलू सब परिछन राजकुमार
आयल छथि दुलहा जनकजी के द्वार
चलू सब परिछन राजकुमार
डाला बीच साँठि लियऽ चानन काजर
पानक खिल्ली लियऽ अति सुन्दर
आओर जे लियऽ सखि चाउर पिठार
चल सब परिछन राजकुमार
हाथमे शोभनि सोनक कंगन
माथमे शोभनि हीरा - मोतीक मौर
गला बीच शोभनि पुष्प हार
चलू सब परिछन राजकुमार
गाबथि स्नेहलता सुनू ए सुनयना
वरकेँ परीछि कए लऽ चलू अंगना
अहिठाम भेल आब विध व्यवहार
चलू सब परिछन राजकुमार
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