रविवार, 19 अप्रैल 2015

हजमा धीरे-धीरे कैंची तोँ चलबिहें लिरिक्स - मुड़न लोकगीत

Hajama Dhire Dhire Kainchi To Chalabihe

हजमा धीरे-धीरे कैंची तोँ चलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना 
हजमा धीरे-धीरे कैंची तोँ चलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना

देबौ सूप भरि चाउर, ओइमे पांच टका निछाउर - 2
हजमा बाबा जी सँ गैया तोँ खोलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना

देबौ सूप भरि चाउर, ओइमे दस टका निछाउर - 2
हजमा नाना जीसँ महिंस तों खोलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना

देबौ सूप भरि चाउर, ओइमे बीस टका निछाउर - 2
हजमा बाबूजी सँ घड़ी तो खोलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना
हजमा धीरे-धीरे कैंची तोँ चलबिहें
बौआ नञि कनबिहें ना 

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