गुरुवार, 16 जुलाई 2020

रघुवर जुनि जइयो मिथिला नगर से लिरिक्स | Raghubar Juni Jaiyo Mithila Nagar Se

रघुवर जुनि जाइयौ मिथिला नगर से
सीता के कोहबर से ना

अघहन सिया के बियाह, पूस सेजिया सजैब,
अघहन सिया के बियाह, पूस सेजिया सजैब,
माघ सीरक भरायब रघुबर के,
सीता के कोहबर से ना...

फागुन फगुआ खेलैब, चैत माला गांथि लैब,
फागुन फगुआ खेलैब, चैत माला गांथि लैब,
बैसाख बेनिया डोलायब रघुवर के,
सीता के कोहबर से ना...

जेठ तपे दिन-राति, अखाड़ बरसे दिन-राति,
जेठ तपे दिन-राति, अखाड़ बरसे दिन-राति,
सावन झूला झुलायब रघुबर के,
सीता के कोहबर से ना...

भादव राति अन्हार, आशिन असरा लगैब,
भादव राति अन्हार, आशिन असरा लगैब,
कातिक चलि जायब मिथिला नगर से,
सीता के कोहबर से ना
रघुवर जूनि जइयौ मिथिला नगर से
सीता के कोहबर से ना...।

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