कोेने बाबा इहो मत देलनि,
ओ जे चित्र उड़ेहल हे
कोने दाइ खोइछा पुरैनी पात,
ओ जे बरुआ हेता ब्राह्मण हे
बड़का बाबा इहो मत देलनि,
ओ जे चित्र उड़ेहल हे
अपन दाइ खोइछा पुरैनी पात,
ओ जे बरुआ हेता ब्राह्मण हे
मरबलि बैसल अपन बाबा,
ओ जे संग अइहब दाइ हे
कोरा लय बैसल अपन बरुआ,
सुदीन जनौआ दीहऽ हे
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