बौरहवा के बरिया तमे सब बात अनोखी दैया
अपने दुलहा बूढ़ बड़द पर भांग-धथुर खेबैया
संगी साथी नंगटे धायव बात न केओ सुनबैया
भूत-प्रेत सभ चलल बराती भूते चवर डोलैया
भूते नाचय ढोल बजाबय भूते-प्रेत गबैया
क्करो मुँह सातसं ऊपर आँखि न एक तकैया
लंगड़े-लुल्ले-लोथ अनेको कुबड़ा के पुछबैया
ककरो मुँह श्वान-गीदर सन केओ मुखहीन देखैया
केओ केओ लुल्हा कुदै भागय जेना बेंग भदवैया
गज सन पेट सीक सन गर्दनि घेघक तौल अढैया
स्नेहलता धनि शंकर के गण विविध वेष बनबैया।
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