बुधवार, 13 दिसंबर 2023

घोड़बा चढ़ल अबथिन ब्राह्मण दुलरुआ लिरिक्स - ब्राह्मण बाबू गीत Ghodaba Chadhal Abathin Brahman Dularuaa Lyrics

Ghodaba Chadhal Abathin Brahman Dularuaa Lyrics

घोड़बा चढ़ल अबथिन ब्राह्मण दुलरुआ
हाथ दुनू कमलक फूल यो

किए भेलौं ब्राह्मण शक्तिहीना
मुँह किए तोहर मलीन यो

पान बिना आहे सेवक मुँहमा मलीन भेल
जनौ बिनु शक्तिसँ हीन यो

देब यो ब्राह्मण बाबू पीअरे जनौआ
आर देब मुखबामे पान यो

नहाए सोनाए ब्राह्मण थीर भय बैसला
सूर्य के कयल मलीन यो

भनहि विद्यापति सुनू यो ब्राह्मण बाबू
सदा रहब सहाय यो

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !