शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025

जगत सं थाकि जगदम्बे लीरिक्स - Jagat Sa Thaki Jagdambe Lyrics

जगत सं थाकि जगदम्बे
अहिं के पथ आबि बैसल छी,
हमर ने क्यो सुनय अछि हम
सभक गुण गाबि बैसल छी,

नै केलौं पाठ और पूजा,
नै केलौं ध्यान और सेवा,
छलौं लागल कुसेवा में,
तकर फल पाबि बैसल छी,
जगत सं थाकि जगदम्बे
अहिं के पथ आबि बैसल छी

करे अपराध जौं बालक,
नै होय मन रोस माता के,
अहि विश्वास के केवल
हृदय में राखि बैसल छी
जगत सं थाकि जगदम्बे
अहिं के पथ आबि बैसल छी


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