गुरुवार, 4 दिसंबर 2025

मिथिला नगरिया हमर स्वर्ग सं सुंदर लिरिक्स - Mithila nagariya hamar swarg se sundar lyrics

मिथिला नगरिया हम्मर स्वर्गो सं सुन्नर भैया
स्वर्गो सं सुन्नर,
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम
मिथिला नगरिया हम्मर स्वर्गो सं सुन्नर भैया
स्वर्गो सं सुन्नर,
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम

मिथिला सनक ने कतौ बोल मधुरगर
गीत गोसाउनिक बाजय यै घर घर
मिथिला सनक ने कतौ बोल मधुरगर
गीत गोसाउनिक बाजय यै घर घर
से गामे गामे दुर्गा पूजा ब्रह्म स्थान
से गामे गामे दुर्गा पूजा ब्रह्म स्थान

दक्षिण में गंगा माई उत्तर हिमालय
पक्षिम में गण्डकी क्लेश हर'बयलय
दक्षिण में गंगा माई उत्तर हिमालय
पक्षिम में गण्डकी क्लेश हर'बयलय
आ पूब में कमला कोसी बलान
आ पूब में कमला कोसी बलान

माछ मखान पान अरिपन पुरहर
सांझ पराती झिझिया झरनी आ सोहर
माछ मखान पान अरिपन पुरहर
सांझ पराती झिझिया झरनी आ सोहर
सीस दारभंगीया के धोती कुर्ता पाग पहचान
सीस दारभंगीया के धोती कुर्ता पाग पहचान
मिथिला नगरिया हम्मर स्वर्गो सं सुन्नर भैया
स्वर्गो सं सुन्नर,
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम
तैं पाहून बनी एला सिया पति राम


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