शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

तोरे अंखिया के काजल जुलूम करे राम लिरिक्स - Tore Ankhiya Ke Kajal Julum Kare Ram Lyrics

परछावन गीत :-

तोरे अंखिया के काजल जुलूम करे राम, 
भइले कटीली गुलाबों डाली, जुलूम करे राम-2 
नीचे उड़े भंग पंख पसारी-2 
रसिकों के रस में झूके आठो याम, जुलूम करे राम-2

तोरे अंखिया के काजल जुलूम करे राम-2
दोनों नयन बीच जादू है तोहे-2 
अमृत हलाहल मद के कटोरे-2
जीवन मरण दोनों करता बेकाम जुलूम करे राम

तोरे अंखियों काजल जुलूम करे राम-2
घायल बनि बैठी मिथिला की नारी-2
कैसे बची होगी बहिनी तोहारी-2
रानी अवध की तो पहले तमाम जुलूम करे राम-2

तेरी अंखियों के काजल जुलूम करे राम-2
लालन जरा दिल पे गुस्सा न लाना-2
अपनी की करनी का फल आप पाना-2
दोषी में होगी स्नेहिया का नाम, जुलूम करे राम-2 
तोरी अंखियां के काजल जुलूम करे राम-2

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