तोरे अंखिया के काजल जुलूम करे राम,
भइले कटीली गुलाबों डाली, जुलूम करे राम-2
नीचे उड़े भंग पंख पसारी-2
रसिकों के रस में झूके आठो याम, जुलूम करे राम-2
तोरे अंखिया के काजल जुलूम करे राम-2
दोनों नयन बीच जादू है तोहे-2
अमृत हलाहल मद के कटोरे-2
जीवन मरण दोनों करता बेकाम जुलूम करे राम
तोरे अंखियों काजल जुलूम करे राम-2
घायल बनि बैठी मिथिला की नारी-2
कैसे बची होगी बहिनी तोहारी-2
रानी अवध की तो पहले तमाम जुलूम करे राम-2
तेरी अंखियों के काजल जुलूम करे राम-2
लालन जरा दिल पे गुस्सा न लाना-2
अपनी की करनी का फल आप पाना-2
दोषी में होगी स्नेहिया का नाम, जुलूम करे राम-2
तोरी अंखियां के काजल जुलूम करे राम-2
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