शनिवार, 14 दिसंबर 2019

धान बांटि श्री अवध से आयल - धनबट्टी गीत लिरिक्स

-: धनबट्टी गीत :-

धान बांटि श्री अवध से आयल 
मंगल गावथि मिथिलानी
अवधक कुशल पुछति हजमा 
से चतुर नारि छानी छानी ।।

कह कहु हजमाँ नृप दशरथ के
रहन सहन आनी-वानी 
केहन हुनैक छैन यश प्रतिष्ठा 
की वैभव सुख सन मानी ।। 

सुनि हजमा गदगद भय वाजल
कहव की हम अति अज्ञानी 
अवध अवधपति के यश वैभव
भुवन चारिदश छहरानी ।। 

स्हित सुनैना नारि जनकपुर
धिया योग्य घर वर जानी
स्नेहलता कुलदेव क आगा 
शंखल धान हरष मानी


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