रविवार, 15 दिसंबर 2019

मैया आबि रहल छथि लिरिक्स - Maiya Aabi Rahal Chhaith Song Lyrics

मैया आबि रहल छथि हुनकर नुपूर रुनझुन बाजनि हे,
सिंह चढ़ल एक कमल विराजित ताहिपर खप्पर नेने हे।

कारी केश हुनक अति सुन्दर धरती लोटनि हे,
रुण्ड-मुण्डसँ देह नुकौने रूप बनौने हे।

अस्त्र-शस्त्र के धारण कयने खल-खल हँसथिन हे,
यैह थिकी काली दुर्गा तारा भगत उधारिनि हे।

जय-जय अम्बे जय जगदम्बे जगत उधारिनि हे,
सेवक सब कलजोड़ि ठाढ़ छथि गोड़ लगै छथि हे।

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